Bihar Election News: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले अमित शाह ने बुलाई अहम बैठक, NDA के सीट शेयरिंग फॉर्मूला पर मंथन

Bihar Election News: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले अमित शाह ने बुलाई अहम बैठक, NDA के सीट शेयरिंग फॉर्मूला पर मंथन
Bihar Election News: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले अमित शाह ने बुलाई अहम बैठक, NDA के सीट शेयरिंग फॉर्मूला पर मंथन

नई दिल्ली: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए।

यह बैठक इसलिए अहम थी क्योंकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) अभी तक बिहार चुनाव के लिए सीट शेयरिंग फॉर्मूला को अंतिम रूप नहीं दे पाया है। बिहार में NDA में बीजेपी के साथ-साथ नीतीश कुमार की जनता दल-यूनाइटेड (JDU), चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) शामिल हैं।

NDA के लिए सीट शेयरिंग फॉर्मूला क्यों है मुश्किल?

2020 के बिहार चुनाव में चिराग पासवान की LJP ने JDU के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे। लेकिन इस बार चिराग की पार्टी NDA का अभिन्न हिस्सा है, केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर, इसलिए ऐसे विरोध की संभावना कम है। रिपोर्ट के अनुसार, LJP ने 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग की है, जो पूरी होना मुश्किल दिख रहा है।

वहीं, मांझी की HAM (सेक्युलर) भी ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जता रही है। इस साल अप्रैल में मांझी ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि उनकी पार्टी 2025 बिहार चुनाव में 35-40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और 243 सदस्यों वाली विधानसभा में कम से कम 20 विधायक होंगे। मांझी फिलहाल केंद्र सरकार में मंत्री भी हैं।

JDU, जिसकी 2020 में वोट शेयर 15.39 प्रतिशत तक गिर गई थी, वह भी कम से कम 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है। इसके अलावा, RLM भी ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने के इच्छुक हो सकते हैं, जो सीट शेयरिंग फॉर्मूला को और जटिल बना सकता है।

2020 के बिहार चुनाव में NDA का सीट शेयरिंग फॉर्मूला

2020 में बिहार चुनाव में BJP ने 110 सीटों पर चुनाव लड़ा और 74 सीटें जीतीं। JDU ने 115 सीटों पर चुनाव लड़ा और 43 सीटें जीतीं। LJP ने 135 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, ज्यादातर JDU के खिलाफ, लेकिन सिर्फ एक ही सीट जीती। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, LJP ने लगभग 30 सीटों पर JDU के लिए नुकसानदायक भूमिका निभाई।

HAM (सेक्युलर) ने 7 सीटों पर चुनाव लड़ा और 4 सीटें जीतीं। उल्लेखनीय है कि 2020 के चुनाव में विकासशील इंसान पार्टी (VIP) भी NDA का हिस्सा थी और उसने 11 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिसमें से 4 सीटें जीतीं।

अबकी बार क्या होगा?

NDA के भीतर सभी घटक दल अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की जुगत में हैं, जिससे सीट बंटवारे पर सहमति बनाना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। अमित शाह की यह बैठक इसी जटिल मसले को सुलझाने के लिए बुलाई गई थी। बिहार के इस महत्वपूर्ण चुनाव में NDA की ताकत और एकता का प्रदर्शन तय करेगा कि गठबंधन चुनावी मैदान में कितना प्रभावशाली रहेगा।