नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन को दिए इंटरव्यू में विदेश नीति, व्यक्तिगत सफर और लोकतंत्र में आलोचना के महत्व पर खुलकर बात की। हालांकि, इस इंटरव्यू को लेकर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है।
कांग्रेस का वार
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पीएम मोदी के इस पॉडकास्ट को “पाखंड” करार दिया।
- उन्होंने आरोप लगाया कि “जो प्रधानमंत्री भारतीय मीडिया का सामना करने से डरते हैं, वे एक विदेशी पॉडकास्टर के मंच पर सहज महसूस करते हैं।”
- रमेश ने कहा, “मोदी सरकार ने लोकतंत्र की आलोचना करने वाली हर संस्था को कमजोर किया है, लेकिन वे अब ‘आलोचना लोकतंत्र की आत्मा है’ जैसी बातें कर रहे हैं!”
पीएम मोदी का बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने इंटरव्यू में कहा कि “आलोचना जरूरी होती है, यह लोकतंत्र की आत्मा है।”
- उन्होंने शास्त्रों का हवाला देते हुए कहा कि “आलोचक को अपना सबसे करीबी साथी बनाना चाहिए, क्योंकि वही व्यक्ति सुधार की राह दिखाता है।”
- हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि “आजकल जो आलोचना होती है, वह वास्तविक नहीं होती।”
पाकिस्तान, चीन पर पीएम मोदी के विचार
- भारत-पाकिस्तान संबंध:
- मोदी ने कहा, “भारत हमेशा शांति का पक्षधर रहा है, लेकिन हर प्रयास का जवाब पाकिस्तान ने दुश्मनी और विश्वासघात से दिया है।”
- उन्होंने 2014 में अपने शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को आमंत्रित करने को “नई शुरुआत” करार दिया।
- भारत-चीन संबंध:
- मोदी ने दावा किया कि “चीन के साथ सीमा पर स्थिति अब सामान्य हो रही है।”
- उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि मतभेदों को विवाद में बदलने से रोकने के लिए निरंतर संवाद आवश्यक है।
- रूस-यूक्रेन युद्ध:
- पीएम मोदी ने कहा कि युद्ध का हल “बातचीत से निकलेगा, न कि युद्धक्षेत्र में”।
- उन्होंने बताया कि “रूस और यूक्रेन दोनों के साथ अच्छे संबंध होने के कारण वह शांति की दिशा में योगदान दे सकते हैं।”
डोनाल्ड ट्रंप और ‘Howdy Modi’ का जिक्र
पीएम मोदी ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपने संबंधों का जिक्र किया।
- उन्होंने बताया कि “ह्यूस्टन में ‘Howdy Modi’ कार्यक्रम के दौरान ट्रंप ने उनकी अनुरोध पर सुरक्षा प्रोटोकॉल को तोड़कर स्टेडियम में घूमने का फैसला किया था।”
- उन्होंने ट्रंप की हालिया मुलाकात को लेकर कहा कि “अब वह पहले से अधिक तैयार और अपने अगले कार्यकाल को लेकर स्पष्ट हैं।”
व्यक्तिगत जीवन
पीएम मोदी ने अपने बचपन के संघर्षों और माता-पिता के मूल्यों को लेकर भी बातें साझा कीं।
- “गरीबी में पला-बढ़ा, लेकिन कभी बोझ महसूस नहीं किया। पिता की चाय की दुकान और माँ की सेवा भावना ने मुझे प्रेरित किया।”
- उन्होंने स्वामी विवेकानंद को अपनी सबसे बड़ी प्रेरणा बताते हुए कहा, “सच्ची संतुष्टि व्यक्तिगत उपलब्धियों में नहीं, बल्कि दूसरों की सेवा में मिलती है।”
निष्कर्ष
पीएम मोदी के इस पॉडकास्ट ने उनकी विदेश नीति, लोकतंत्र में आलोचना की भूमिका और व्यक्तिगत विचारों को उजागर किया, लेकिन कांग्रेस ने इसे “भारतीय मीडिया से बचने की रणनीति” करार देते हुए कटाक्ष किया।