भााजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को घोषणा की कि वह गुरुवार को शाम 5:30 बजे मुंबई के ऐतिहासिक आजाद मैदान में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। यह घोषणा भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन की विधानसभा चुनावों में शानदार जीत के बाद की गई है।
फडणवीस के सर सजा मुख्यमंत्री का ताज
फडणवीस ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि महायुति गठबंधन ने राज्य विधानसभा चुनावों में 235 सीटें जीतीं, जिसमें भाजपा ने 132 सीटें हासिल की और सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने क्रमशः 57 और 41 सीटें जीतीं। इस जीत के बाद, फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद का दावा किया और शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया।
शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे से मुलाकात और मंत्रिमंडल में शामिल होने की अपील
फडणवीस ने शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को नए मंत्रिमंडल में शामिल होने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, “कल मैंने एकनाथ शिंदे से मुलाकात की और उन्हें महायुति कार्यकर्ताओं की सरकार में शामिल होने की इच्छा से अवगत कराया। मुझे विश्वास है कि वह हमारे साथ खड़े रहेंगे। हम मिलकर महाराष्ट्र के लोगों से किए गए वादों को पूरा करेंगे।”
मंत्रिमंडल की घोषणा
केंद्रीय मंत्री और भाजपा के महाराष्ट्र पर्यवेक्षक विजय रूपानी ने जानकारी दी कि फडणवीस के साथ दो उपमुख्यमंत्री भी शपथ लेंगे। हालांकि, इन नेताओं के एक नाम अभी गुप्त रखे गए हैं लेकिन अजित पवार का नाम, लेकिन रूपानी ने आश्वासन दिया कि मंत्रिमंडल की पूरी सूची को अंतिम रूप देने के लिए महायुति के साथ चर्चा जारी है। रूपानी ने गठबंधन में किसी भी मतभेद को नकारते हुए कहा, “महायुति के भीतर कोई मतभेद नहीं है। सभी साझेदार एकजुट हैं।” भााजपा के महाराष्ट्र विधायक दल ने सर्वसम्मति से देवेंद्र फडणवीस को अपना नेता चुना, जिससे मुख्यमंत्री के रूप में उनकी वापसी की राह साफ हो गई। आगामी शपथ ग्रहण समारोह महायुति गठबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण होगा, जो अब राज्य के शासन की जिम्मेदारी संभालेगा।