मुंबई की बात ही कुछ और है राजनीति में दिल्ली और मुंबई का कोई जवाब नहीं है अब तक महाराष्ट्र में सीएम की कुर्सी के लिए महायुति गठबंधन के बीच शीतयुद्ध चल रहा था लेकिन अब वो युद्ध समाप्त हो चूका है। महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के नेता देवेंद्र फडणवीस को 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाने की तैयारी है। भाजपा के नेताओं का दावा है कि फडणवीस को राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में चुना जा चुका है। इस पद के लिए एकनाथ शिंदे भी दावेदार थे, लेकिन अब उनकी पार्टी और भाजपा के नेताओं ने फडणवीस के नाम पर सहमति बना ली है।
5 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह
महायुति (भा.ज.पा. और उसके सहयोगी दलों) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की है। अब राज्य सरकार के गठन के लिए शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को मुंबई के आज़ाद मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में आयोजित होगा।
फडणवीस को विधायक दल का नेता चुने जाने की संभावना
भा.ज.पा. के एक वरिष्ठ नेता के हवाले से समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि फडणवीस को 2 या 3 दिसंबर को होने वाली बैठक में विधायक दल का नेता चुना जाएगा। इस बैठक के बाद, 5 दिसंबर को शपथ ग्रहण होगा।
शिंदे ने सीएम पद के फैसले का समर्थन किया
निवर्तमान मुख्यमंत्री और शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि वह भाजपा द्वारा लिए गए मुख्यमंत्री के फैसले का पूरा समर्थन करेंगे। हालांकि, शिंदे कुछ दिन पहले अपने गांव गए थे, जिससे अटकलें लगाई जा रही थीं कि वह नई सरकार के गठन से खुश नहीं हैं। लेकिन रविवार को अपने गांव से लौटने के बाद उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा के फैसले का समर्थन करेंगे और इस मुद्दे पर कोई असहमति नहीं है।
शिवसेना और एनसीपी के नेताओं के बीच बयानबाजी
भा.ज.पा. और शिवसेना के कुछ नेताओं ने ये भी कहा कि अगर अविभाजित शिवसेना और भाजपा मिलकर चुनाव लड़ते, तो ज्यादा सीटें जीत सकते थे। शिवसेना विधायक गुलाबराव पाटिल ने कहा कि अगर अजित पवार की एनसीपी गठबंधन का हिस्सा नहीं होती, तो शिंदे की पार्टी 90-100 सीटें जीत सकती थी। इस पर एनसीपी प्रवक्ता अमोल मिटकरी ने गुलाबराव पाटिल की आलोचना की और कहा कि वह अपनी “अवांछित” बातें न करें।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कुल 288 सीटें हैं। इस चुनाव में भाजपा ने 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उसके सहयोगी दलों, एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 57 सीटें और अजित पवार की एनसीपी ने 41 सीटें हासिल कीं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को हुआ था और मतगणना 23 नवंबर को हुई।