नई दिल्ली, 9 जनवरी 2025: दिल्ली विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अपनी रणनीतियों को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है। पार्टी इस सप्ताह के अंत तक आगामी चुनावों के लिए शेष 41 उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है। हालांकि, पार्टी का घोषणापत्र अभी तक जारी नहीं किया गया है, लेकिन बीजेपी के वरिष्ठ नेता के मुताबिक, पार्टी का घोषणापत्र लगभग तैयार हो चुका है और जल्द ही इसे राष्ट्रीय नेतृत्व से मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
बीजेपी ने अब तक दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से 29 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। पार्टी के प्रमुख उम्मीदवारों में पार्वेश सिंह वर्मा (नई दिल्ली), कैलाश गहलोत (बीजवासन), सतीश उपाध्याय (मलवीय नगर), और अरविंदर सिंह लवली (गांधी नगर) शामिल हैं।
जेपी नड्डा करेंगे चुनाव तैयारियों की समीक्षा
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा इस गुरुवार को दिल्ली इकाई की चुनावी तैयारियों की समीक्षा करने के लिए राजधानी का दौरा करेंगे। वह राज्य चुनाव समिति और अन्य चुनाव पैनलों के साथ बैठक करेंगे ताकि अब तक की प्रचार गतिविधियों और जमीनी स्तर से प्राप्त फीडबैक का आकलन किया जा सके।
दिल्ली बीजेपी के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता ने बताया, “बीजेपी अध्यक्ष चुनाव समिति और अन्य चुनाव पैनलों के साथ बैठक करेंगे ताकि अब तक के प्रचार की दिशा और जमीनी स्तर से मिले फीडबैक का मूल्यांकन किया जा सके।”
बीजेपी की चुनौतियाँ
दिल्ली में बीजेपी का मुकाबला कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) से हो रहा है, जिनकी चुनावी घोषणाओं ने पार्टी को चुनौती दी है। आम आदमी पार्टी ने महिलाओं के लिए मासिक भत्ता देने का वादा किया है, जबकि कांग्रेस ने दिल्ली में सत्ता में आने पर ₹25 लाख का स्वास्थ्य बीमा योजना लागू करने की घोषणा की है।
बीजेपी के लिए एक और बड़ी चुनौती यह है कि पार्टी को स्थानीय नेतृत्व की कमी और आंतरिक फूट के कारण मुश्किलें आ रही हैं। इसके साथ ही, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आक्रामक चुनावी रणनीतियां भी पार्टी के लिए परेशानी का कारण बन रही हैं, जिससे आम आदमी पार्टी को बीजेपी पर बढ़त मिल रही है।
बीजेपी की चुनावी रणनीति और समर्थन से मिली उम्मीदें
हालांकि, बीजेपी को उम्मीद है कि वह अपनी रणनीतियों को दोहराकर दिल्ली में सफलता हासिल कर सकती है, जैसे कि उसने हरियाणा और महाराष्ट्र में की थी। पार्टी ने अपनी रणनीति को मजबूत करने के लिए विभिन्न मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से समर्थन प्राप्त किया है, जिससे उसका आधार मजबूत हुआ है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी 2025 को होंगे, और मतगणना 8 फरवरी को की जाएगी। बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है ताकि वह दिल्ली में सत्ता में वापसी कर सके, जो 25 वर्षों से सत्ता से बाहर है।
दिल्ली विधानसभा चुनावों में बीजेपी के लिए रास्ता आसान नहीं है, लेकिन पार्टी अपनी चुनावी रणनीतियों और समर्थन से आशावान दिख रही है। हालांकि, उसे अपने नेताओं के बीच के मतभेदों को सुलझाकर और चुनावी घोषणाओं के मुकाबले अपनी स्थिति को मजबूत करने की आवश्यकता है। अब देखना यह होगा कि बीजेपी अपनी शेष उम्मीदवारों की घोषणा और घोषणापत्र के साथ दिल्ली की जनता को क्या संदेश देती है।