तिरुचिरापल्ली: तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे पर एयर इंटेलिजेंस यूनिट (AIU) के अधिकारियों ने लगभग 1.83 करोड़ रुपये के 2.579 किलोग्राम 24k सोने की तस्करी की कोशिश को नाकाम कर दिया है। यह सोना एक फ़ूड प्रोसेसर/जूस मिक्सर के अंदर छिपा हुआ पाया गया, जिसे गुरुवार को दुबई से आने वाले एक यात्री द्वारा चेक-इन लगेज के रूप में लाया गया था। AIU द्वारा नियमित निरीक्षण के दौरान सोने की खोज की गई। तस्करी की गई वस्तु को प्लेटों के रूप में छिपाया गया था, जिससे पूरी तरह से जांच के बिना इसका पता लगाना मुश्किल हो गया।
त्रिची कस्टम अधिकारियों ने कहा है कि तस्करी के पूरे मामले और बड़े नेटवर्क से किसी भी संभावित संबंध का पता लगाने के लिए फिलहाल विस्तृत जांच चल रही है। यह जब्ती हवाई अड्डे पर अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए कस्टम अधिकारियों द्वारा अपनाई जा रही सतर्कता और कड़े सुरक्षा उपायों को उजागर करती है।
अधिकारियों के अनुसार, जब्त किए गए सोने में पेस्ट जैसे पदार्थ से निकाला गया 24 कैरेट का 330 ग्राम सोना तथा सिंगापुर से त्रिची जा रहे एक यात्री की बनियान के अंदर छुपाया गया 22 कैरेट का 80 ग्राम सोना शामिल है।
आरोपी को गिरफ्तार कर की जा रही जांच
इस मामले पर कस्टम के अधिकारियों ने बताया कि दुबई से तमिलनाडु आ रहे युवक की जब एयरपोर्ट पर तलाशी ली गई तो सुरक्षाबलों को कुछ संदेह हुआ। एयरपोर्ट के इंटिलीजेंस यूनिट ने युवक के सामान की अलग से जांच की तो उसके बैग में एक जूस की मशीन रखी हुई थी। इस जूस की मशीन में ही ढ़ाई किलो से अधिक का अवैध सोना छिपाया गया था। AIU अधिकारियों ने सोने के जब्त कर लिया और आरोपी युवक को गिरफ्तार कर जांच की जा रही है।
मलाशय में छिपा कर लाया लाखों का सोना
बता दें कि अप्रैल महीने में तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली एयरपोर्ट पर ही सोने की अजीबोगरीब तस्करी का मामला सामने आया था। तिरुचिरापल्ली एयरपोर्ट के AIU अधिकारियों ने दुबई से आए एक यात्री से 70.58 लाख कीमत का कुल 977 ग्राम 24 कैरेट सोना जब्त किया था। यह सोना पेस्ट के रूप में बनाकर मलाशय के अंदर तीन पैकटों में छिपाया गया था। एयरपोर्ट के अधिकारियों ने आरोपी यात्री को गिरफ्तार कर मामले की जांच की थी।
ज्यादातर अरब देशों से लाया जाता है सोना
एयरपोर्ट में सोने की तस्करी के कई मामले पहले भी आ चुके हैं। बड़ी संख्या में अरब देशों से आने वाले यात्री अपने साथ सोना छिपा कर लाते हैं। इसके चलते एयरपोर्ट पर सुरक्षा अधिकारी अलर्ट मोड पर रहते हैं। किसी प्रकार की बड़ी तस्करी को रोक लिया जाता है।