गया (बिहार): लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को बिहार के गया में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दूसरे दिन चुनाव आयोग और मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर INDIA गठबंधन सत्ता में आता है, तो मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, और चुनाव आयुक्त सुखबीर सिंह संधू व विवेक जोशी के खिलाफ ‘वोट चोरी’ के आरोपों को लेकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। राहुल गांधी ने कहा, “मैं चुनाव आयोग से कहना चाहता हूं कि पूरे देश से आपको हलफनामा देना पड़ेगा। थोड़ा वक्त दीजिए, हर विधानसभा और लोकसभा सीट पर आपकी चोरी पकड़ेंगे और देश के सामने लाएंगे।”
राहुल गांधी की यह टिप्पणी उस समय आई है जब चुनाव आयोग ने उनसे ‘वोट चोरी’ के दावे पर सात दिनों के भीतर शपथपत्र दाखिल करने को कहा है। CEC ज्ञानेश कुमार ने राहुल गांधी से या तो सबूत के साथ हलफनामा जमा करने या सार्वजनिक माफी मांगने को कहा था। गया में आयोजित सभा में राहुल गांधी के साथ मंच पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, भाकपा (माले) के नेता दीपंकर भट्टाचार्य और वीआईपी पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी भी मौजूद थे। राहुल गांधी ने कहा, “जैसे मोदी जी विशेष पैकेज की बात करते हैं, चुनाव आयोग बिहार के लिए एक नया ‘स्पेशल पैकेज’ लेकर आया है – SIR। इसका मतलब है वोट चोरी का नया तरीका।”
राहुल गांधी ने संविधान की प्रति लहराते हुए कहा, “इसमें भारत की आत्मा की आवाज़ है। जब ये लोग वोट चुराते हैं, तो ये संविधान और भारत माता पर हमला करते हैं। इस संविधान को कोई छू नहीं सकता।” उन्होंने चुनाव आयोग पर भाजपा के पक्ष में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा, “तेजस्वी यादव ने कहा कि आपने भाजपा की सदस्यता ले ली है और उसी के लिए काम कर रहे हैं। लेकिन एक बात समझ लीजिए, जब बिहार और दिल्ली में INDIA गठबंधन की सरकार बनेगी, तब हम तीनों चुनाव आयुक्तों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। आपने देश से चोरी की है।”
राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि कर्नाटक के एक लोकसभा क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्र में ‘वोट चोरी’ के सबूत मिले हैं। उन्होंने कहा, “हमने सबूत दिए, लेकिन EC ने जांच करने की बजाय मुझसे हलफनामा मांगा। जो खुद दोषी हैं, वही मुझसे सबूत मांग रहे हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब चुनाव आयोग को महाराष्ट्र और हरियाणा में उनकी ‘चोरी’ पकड़ में आने की खबर मिली, तो उन्होंने बिहार में SIR (Special Intensive Revision) के जरिए ‘चोरी का नया तरीका’ लागू किया। राहुल गांधी के इस बयान के बाद चुनाव आयोग और राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। विपक्ष जहां SIR को लेकर लगातार हमलावर है, वहीं सत्ता पक्ष इसे बेबुनियाद आरोप बता रहा है।












