Henley Passport Index 2025 में भारत की रैंकिंग में पांच स्थानों की गिरावट, अब 85वीं पोजीशन पर, जाने वजह

Henley Passport Index 2025 में भारत की रैंकिंग में पांच स्थानों की गिरावट, अब 85वीं पोजीशन पर, जाने वजह
Henley Passport Index 2025 में भारत की रैंकिंग में पांच स्थानों की गिरावट, अब 85वीं पोजीशन पर, जाने वजह

भारत की रैंकिंग हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में पांच स्थान गिरकर 85वीं पोजीशन पर पहुंच गई है, जबकि 2024 में यह 80वीं पोजीशन पर था। यह इंडेक्स वीजा-मुक्त यात्रा की उपलब्धता के आधार पर पासपोर्ट्स की रैंकिंग करता है।

सिंगापुर ने फिर से शीर्ष स्थान हासिल किया

सिंगापुर ने एक बार फिर से शीर्ष स्थान पर अपनी पकड़ बना ली है, क्योंकि इसके पासपोर्ट को 227 में से 195 गंतव्यों तक वीजा-मुक्त यात्रा की अनुमति है। वहीं, भारत का पासपोर्ट अब 57 देशों में वीजा मुक्त यात्रा की अनुमति देता है।

भारत का पासपोर्ट रैंकिंग में उतार-चढ़ाव

पिछले दो दशकों में भारत के पासपोर्ट की रैंकिंग में कई उतार-चढ़ाव आए हैं। 2006 में भारत की रैंकिंग 71वीं थी, लेकिन इसके बाद 2015 से 2021 तक इसमें गिरावट आई, खासकर COVID-19 महामारी से जुड़ी वैश्विक यात्रा प्रतिबंधों के कारण। 2021 में यह रैंकिंग घटकर 90वीं पोजीशन पर पहुंच गई थी, हालांकि इसके बाद इसमें धीरे-धीरे सुधार हुआ और 2024 में यह 80वीं पोजीशन पर पहुंच गई, जबकि 2025 में यह 85वीं पोजीशन पर पहुंच गई है।

अन्य देशों की रैंकिंग

हेनली पासपोर्ट इंडेक्स में जापान दूसरे स्थान पर है, जहां के पासपोर्ट को 193 गंतव्यों तक वीजा-मुक्त यात्रा की अनुमति है। वहीं, फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्पेन, फिनलैंड और दक्षिण कोरिया ने तीसरे स्थान को साझा किया है, प्रत्येक के पासपोर्ट को 192 गंतव्यों तक वीजा-मुक्त यात्रा की अनुमति है।

यूएई की शानदार छलांग

यूएई ने सबसे बड़ी छलांग लगाई है, जो अब 10वें स्थान पर पहुंच गया है। यह पहला अरब देश है जो टॉप 10 में शामिल हुआ है। यूएई के पासपोर्ट को अब 185 गंतव्यों तक वीजा-मुक्त यात्रा की अनुमति है, जबकि 2015 में यह केवल 72 गंतव्यों तक ही वीजा-मुक्त यात्रा की अनुमति देता था।

अमेरिका और यूके में गिरावट

अमेरिका और ब्रिटेन दोनों ही बड़ी गिरावटों का सामना कर रहे हैं। पिछले एक दशक में 22 देशों के पासपोर्ट की रैंकिंग गिरी है, जिसमें अमेरिका की रैंकिंग 2nd से गिरकर 9th हो गई है। वहीं, ब्रिटेन, जो 2015 में पहले स्थान पर था, अब 5वीं पोजीशन पर है। कनाडा की रैंकिंग भी गिरी है, जो 4वीं से 7वीं पोजीशन पर आ गया है।

चीन की प्रगति

चीन ने भी महत्वपूर्ण प्रगति की है, जो 2015 में 94वीं पोजीशन पर था, अब 2025 में यह 60वीं पोजीशन पर पहुंच गया है, और इसके पासपोर्ट को 85 गंतव्यों तक वीजा-मुक्त यात्रा की अनुमति है।

हेनली ओपननेस इंडेक्स में चीन की बढ़त

चीन ने हेनली ओपननेस इंडेक्स में भी अपनी स्थिति मजबूत की है। इस इंडेक्स में दुनिया भर के देशों को रैंक किया जाता है, जो यह दिखाता है कि कौन से देशों ने अधिक राष्ट्रीयताओं को वीजा-मुक्त प्रवेश की अनुमति दी है। पिछले एक साल में चीन ने 29 और देशों को वीजा-मुक्त यात्रा की अनुमति दी है, और अब यह 80वीं पोजीशन पर है, जहां से यह 58 देशों को वीजा-मुक्त प्रवेश देता है। अमेरिका इस इंडेक्स में 84वीं पोजीशन पर है और सिर्फ 46 देशों को वीजा-मुक्त यात्रा की अनुमति देता है।

निष्कर्ष

हेनली पासपोर्ट इंडेक्स 2025 भारत के लिए मिश्रित परिणाम लेकर आया है। जहां भारत की रैंकिंग में गिरावट आई है, वहीं अन्य देशों ने अपनी रैंकिंग में सुधार किया है। यह यात्रा की स्वतंत्रता और वैश्विक कनेक्टिविटी के संदर्भ में महत्वपूर्ण आंकड़े प्रस्तुत करता है।

Digikhabar Editorial Team
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