Iran-Israel Conflict: ईरान और इज़राइल के बीच जारी तनाव अब और बढ़ता जा रहा है। यह संघर्ष अब छठे दिन में प्रवेश कर चुका है और दोनों देशों के बीच हमलों की रफ्तार तेज़ हो गई है।
इज़राइल ने मिसाइल और ड्रोन की मदद से ईरान के तेहरान, नतांज (Natanz) और फोर्डो (Fordow) जैसे इलाकों में स्थित परमाणु और मिसाइल ठिकानों पर हमला किया है। IAEA ने भी इस बात की पुष्टि की है कि नतांज के भूमिगत हिस्सों को सटीक तरीके से निशाना बनाया गया है।
इन हमलों में ईरान के बड़े सैन्य अधिकारी अली शादमानी समेत कई रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की मौत हुई है। ईरान ने इसका जवाब देते हुए “Operation Promise 3” के तहत इज़राइल पर 400 से ज्यादा मिसाइलें और ड्रोन दागे। इन हमलों में तेल अवीव समेत कई शहरों में धमाके हुए हैं।
ईरान ने दावा किया कि उसने इस बार हाइपरसोनिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया है। ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्लाह अली खामेनेई ने भी बयान दिया कि अब किसी पर रहम नहीं किया जाएगा। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान से बिना शर्त सरेंडर की मांग की है। साथ ही यह भी कहा कि इस वक्त हवा में अमेरिका का पूरा नियंत्रण है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इज़राइल के लगातार हमलों से ईरान की मिसाइल क्षमता कमजोर हो रही है। इज़राइल ने अब तक ईरान के लगभग 40% मिसाइल डिपो तबाह कर दिए हैं। G7 देशों, यूरोपीय यूनियन, रूस और चीन ने इस बढ़ते तनाव पर चिंता जताई है और शांति की अपील की है। उधर अमेरिका ने मध्य-पूर्व में अपने युद्धपोत और फाइटर जेट्स भेज दिए हैं। वहीं, इज़राइल ने अपने एयरस्पेस को भी बंद कर दिया है।