नई दिल्ली: मध्य पूर्व में जारी बढ़ते तनाव के बीच इज़राइली सेना ने ईरान के छह प्रमुख सैन्य हवाईअड्डों पर हवाई हमले किए हैं। इज़राइल डिफेंस फोर्सेस (IDF) ने अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर जानकारी देते हुए कहा कि यह हमले तेहरान (मेहराबाद), मशहद और देज़फुल समेत पश्चिमी, पूर्वी और मध्य ईरान के अन्य तीन सैन्य अड्डों पर किए गए।
IDF के अनुसार, इन हमलों का उद्देश्य ईरानी वायु सेना की परिचालन क्षमताओं को कमजोर करना था। “हमलों में रनवे, भूमिगत बंकर, एक ईंधन भरने वाला विमान और ईरान के एफ-14, एफ-5 और AH-1 हेलीकॉप्टरों और जेट विमानों को नुकसान पहुंचाया गया है,” बयान में कहा गया।
मिसाइल लॉन्च
इज़राइली सेना ने कहा कि इसके अतिरिक्त, 15 से अधिक फाइटर जेट्स ने कर्मनशाह क्षेत्र में बैलिस्टिक मिसाइल के भंडारण और लॉन्च स्थलों पर भी हमला किया। ये स्थल कथित रूप से इज़राइल पर हमले की तैयारी में थे। IDF ने कहा, “हमले में इज़राइल की ओर लक्षित कई बैलिस्टिक मिसाइल सुविधाएं नष्ट कर दी गईं।”
इज़राइली ड्रोन को ईरान ने गिराया
इस बीच, इज़राइली सेना ने पुष्टि की है कि उसका एक मानव रहित ड्रोन (UAV) ईरान के पश्चिमी क्षेत्र खो़रमाबाद में गिराया गया है। ड्रोन के गिरने के बाद ईरानी मीडिया ने इसे ‘हर्मीस मॉडल’ के रूप में पहचाना है। हालांकि, इज़राइल ने कहा कि “सूचना के लीक होने की कोई आशंका नहीं है।”
यज़्द प्रांत में आईआरजीसी के 10 जवान मारे गए
ईरान की अर्ध-सरकारी समाचार एजेंसी तसनीम के अनुसार, रविवार को यज़्द प्रांत में हुए इज़राइली हवाई हमले में ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कम से कम 10 जवान मारे गए, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं।
दर्जनों ईरानी सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिक मारे गए
इज़राइली अधिकारियों के अनुसार, 13 जून को शुरू हुए इस आक्रामक अभियान में अब तक दो दर्जन से अधिक ईरानी सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे जा चुके हैं।
बढ़ते युद्ध के संकेत
पिछले कुछ हफ्तों में ईरान और इज़राइल के बीच लगातार हमलों का सिलसिला जारी है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह टकराव एक व्यापक क्षेत्रीय युद्ध की ओर बढ़ सकता है, जिसका असर वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था पर भी पड़ सकता है।
इज़राइल के हालिया हमले और ईरान की प्रतिक्रिया ने पूरे मध्य पूर्व में अस्थिरता की आशंका को और गहरा कर दिया है। दोनों देशों की सैन्य कार्रवाइयों ने यह संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में तनाव और भड़क सकता है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।