गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने झारखंड सरकार के सड़क निर्माण विभाग में लगभग 106 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है। सांसद ने इस संबंध में एक चिट्ठी झारखंड सरकार के विभिन्न विभागों, सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय (ED) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को भेजी है।
चंद्र प्रकाश चौधरी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि झारखंड में पथ निर्माण विभाग में घोटाले हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता हो रही है, जहां कुछ चुनिंदा कंपनियों को BOQ (बिल ऑफ क्वांटिटी) से अधिक राशि में कार्य आवंटित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “ई-टेंडर पोर्टल से ही 100 करोड़ से अधिक का घोटाला स्पष्ट हो रहा है। जांच एजेंसियों की जांच से और भी बड़े घोटाले का पता चलेगा।”
चंद्र प्रकाश चौधरी ने झारखंड सरकार के मुख्य सचिव से आग्रह किया कि वह उच्चस्तरीय जांच कराएं। उन्होंने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से भी अपील की कि वे उन अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत की जांच करें, जो इस घोटाले में शामिल हो सकते हैं। सांसद ने कहा कि वर्तमान में RCD विभाग द्वारा आवंटित निविदाओं में अनियमितता हो रही है, जिससे सरकार को वित्तीय नुकसान हो रहा है।
इस राजनीतिक हलचल के बीच, झारखंड की सियासत में बदलाव की उम्मीद की जा रही है। हेमंत सोरेन सरकार पर उठते सवाल और चंद्र प्रकाश चौधरी के आरोपों के बाद आगामी विधानसभा चुनाव में JMM और कांग्रेस के लिए चुनौतियाँ बढ़ सकती हैं। हेमंत सोरेन ने हाल ही में जेल से बाहर आने के बाद से सारा मोर्चा अपने कंधों पर संभाला है, लेकिन इस नए विवाद के बाद उनके लिए स्थिति और भी कठिन हो गई है। सियासी विश्लेषकों का मानना है कि यह मामला झारखंड की राजनीति में भूचाल ला सकता है, जिससे आने वाले चुनावों में परिणाम प्रभावित हो सकते हैं।