कोलकाता: पश्चिम बंगाल एक बार फिर महिलाओं के खिलाफ अपराध को लेकर सुर्खियों में है। आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में हुए गैंगरेप और मर्डर की घटना के बाद अब कोलकाता के एक और प्रतिष्ठित संस्थान South Calcutta Law College से छात्रा के साथ गैंगरेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
25 जून की शाम को कॉलेज परिसर के अंदर ही एक छात्रा के साथ तीन युवकों ने गैंगरेप किया, जिनमें से एक आरोपी मनोजीत मिश्रा है। मनोजीत न सिर्फ इस कॉलेज से 2022 में एलएलबी कर चुका है, बल्कि त्रिणमूल छात्र परिषद (TMCP) का पूर्व अध्यक्ष और दक्षिण कोलकाता विंग का संगठन सचिव भी रह चुका है।
कौन है मनोजीत मिश्रा?
मनोजीत मिश्रा कॉलेज से पास आउट होने के बावजूद अपने राजनीतिक रसूख और ‘मसल पावर’ के बल पर कॉलेज में प्रभाव बनाए हुए था। उसे कॉलेज प्रशासन ने हाल ही में 45 दिन के लिए अस्थायी नॉन-टीचिंग स्टाफ के रूप में भी नियुक्त किया था। सोशल मीडिया पर उसकी तस्वीरें टीएमसी नेताओं के साथ भी देखी गई हैं, जिससे उसके राजनीतिक संबंध साफ नजर आते हैं।
वारदात की भयावह कहानी
पीड़िता कुछ अकादमिक औपचारिकताएं पूरी करने 25 जून को कॉलेज आई थी। पुलिस के अनुसार, उसे कुछ लोगों ने कॉलेज में रुकने को कहा और बाद में गार्ड रूम में ले जाया गया, जहां मनोजीत और दो अन्य सीनियर छात्रों ने करीब दो घंटे तक उसके साथ दरिंदगी की। इस दौरान आरोपियों ने पूरी घटना का वीडियो भी बनाया और धमकी दी कि अगर किसी को बताया तो वीडियो इंटरनेट पर डाल देंगे।
पुलिस जांच और कार्रवाई
पीड़िता ने 27 जून को कस्बा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। आरोपियों के मोबाइल जब्त कर लिए गए हैं और उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि वीडियो किसी और तक तो नहीं पहुंचा।
कॉलेज प्रशासन की सफाई
कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल डॉ. नयना चटर्जी ने कहा कि मनोजीत की नियुक्ति कॉलेज गवर्निंग बॉडी के प्रस्ताव पर अस्थायी तौर पर की गई थी। उन्होंने बताया कि गार्ड से उन्हें सूचना मिली कि पुलिस ने कॉलेज की दो रूम सील कर दी हैं और वह खुद भी मामले की जानकारी जुटा रही हैं।
विरोध प्रदर्शन और राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
घटना के बाद कांग्रेस और AIDSO कार्यकर्ताओं ने कस्बा थाने के बाहर प्रदर्शन किया, जिन्हें बाद में पुलिस ने बलपूर्वक हटा दिया। सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है। लोग राज्य सरकार और कॉलेज प्रशासन से जवाब मांग रहे हैं।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने इसे राज्य की “ध्वस्त कानून-व्यवस्था” का उदाहरण बताया और कहा कि “अब छात्राएं कॉलेज में भी सुरक्षित नहीं हैं।”
RG KAR कांड की याद ताजा
यह घटना अगस्त 2023 में RG Kar मेडिकल कॉलेज में हुए गैंगरेप-मर्डर की भयावह यादें ताजा कर देती है, जहां एक महिला डॉक्टर को हॉस्पिटल परिसर में ही दरिंदगी का शिकार बनाया गया था। उस मामले में भी राजनीतिक संरक्षण और प्रशासनिक लापरवाही के आरोप लगे थे — और अब वही कहानी फिर से दोहराई जा रही है।
यह मामला पश्चिम बंगाल की शिक्षा व्यवस्था, महिला सुरक्षा और राजनीतिक हस्तक्षेप को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े करता है। अब देखना है कि क्या पीड़िता को न्याय मिलेगा या यह भी एक और भूली हुई फाइल बनकर रह जाएगा।