कुणाल शाह द्वारा समर्थित निवेश प्लेटफॉर्म स्टैक वेल्थ एक वायरल वीडियो के कारण विवादों में घिर गया है। इस वीडियो में कंपनी की CEO, स्मृति तोमर, कर्मचारियों को उनके निर्धारित बिक्री लक्ष्य को पूरा नहीं करने के लिए डांटते हुए नजर आ रही हैं। वीडियो में वह कर्मचारियों से कह रही हैं, “अगर आपने पर्याप्त बिक्री नहीं की, तो आपको आपका पूरा और फाइनल (FNF) सैटलमेंट नहीं मिलेगा।” इसके साथ ही, वह एक कर्मचारी को “स्मार्ट” और “स्टूपिड” जैसी आपत्तिजनक टिप्पणियां भी करती हैं।
वीडियो के वायरल होते ही सोशल मीडिया पर इस पर तीव्र प्रतिक्रियाएं आईं। कई नेटिज़न्स ने स्मृति तोमर को “अधिकारिता से भरी बच्ची” और “कठोर CEO” के रूप में संबोधित किया, जबकि कुछ ने कहा कि भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में ऐसी घटनाएं अधिक बढ़ रही हैं और इसमें सुधार की जरूरत है। एक यूज़र ने कहा, “मैंने स्मृति से एक बार बात की थी, वह बहुत ही अधिकारपूर्ण और दूसरों को अपने से कमतर समझती हैं।”
वहीं, एक अन्य यूज़र ने बताया, “मैंने यहां इंटरव्यू लिया था और लगभग इस कंपनी में शामिल होने का विचार किया था, लेकिन बातचीत के दौरान कुछ ऐसा महसूस हुआ जो ठीक नहीं था, और शुक्र है कि मैंने इसमें शामिल नहीं होने का निर्णय लिया।”
स्मृति तोमर के व्यवहार पर सवाल उठाते हुए एक और यूज़र ने कहा, “कंपनी को एक बेहतर रणनीति बनानी चाहिए और कर्मचारियों को सही तरीके से सिखाना चाहिए कि कैसे बिक्री को बढ़ावा दिया जाए। मार्केटिंग और बिक्री सबसे कठिन कामों में से एक है, और कर्मचारियों पर सभी दबाव डालना सही नहीं है।”
इस बीच, एक पूर्व कर्मचारी ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट शेयर करते हुए बताया कि उन्हें 4 जनवरी को बिना किसी पूर्व सूचना के नौकरी से निकाल दिया गया, जबकि उनका दिसंबर माह का वेतन भी नहीं दिया गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कई अन्य कर्मचारियों को भी उसी दिन बिना किसी स्पष्ट कारण के नौकरी से हटा दिया गया था।
इस पूर्व कर्मचारी के अनुसार, जब उन्होंने इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा, तो उन्हें केवल यह बताया गया कि उनकी प्रदर्शन में कमी थी। इसके अलावा, उन्होंने यह भी दावा किया कि स्टैक वेल्थ पर अपने कार्यालय भवन के किराए का ₹7.5 लाख का बकाया भी है।
कंपनी की यह स्थिति और कर्मचारियों के प्रति इस तरह के व्यवहार ने स्टार्टअप और वर्ककल्चर पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कई लोगों ने इसके साथ-साथ भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि कर्मचारियों को उनके मेहनत और प्रदर्शन का उचित सम्मान मिले।
कर्मचारियों के साथ इस तरह का व्यवहार न केवल उनके मनोबल को तोड़ता है, बल्कि यह कंपनी की कार्यप्रणाली और इसके नेतृत्व पर भी सवाल उठाता है। अब यह देखना होगा कि स्टैक वेल्थ इस विवाद से कैसे उबरता है और अपने कर्मचारियों के साथ बेहतर कार्य संस्कृति को कैसे स्थापित करता है।