Google search engine
Home Blog Page 3

Bihar Election 2025: BJP ने Maithili Thakur को अलीनगर से बनाया उम्मीदवार, अपनी दूसरी सूची जारी की

Bihar Election 2025: BJP ने Maithili Thakur को अलीनगर से बनाया उम्मीदवार, अपनी दूसरी सूची जारी की
Bihar Election 2025: BJP ने Maithili Thakur को अलीनगर से बनाया उम्मीदवार, अपनी दूसरी सूची जारी की

पटना: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बुधवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपनी दूसरी सूची जारी की, जिसमें कुल 12 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए हैं। इस सूची में लोक गायिका मैथिली ठाकुर का नाम खास है, जिन्हें अलीनगर विधानसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में उतारा गया है। इसके अलावा, भाजपा ने पूर्व आईपीएस अधिकारी आनंद मिश्रा को बक्सर सीट से उम्मीदवार बनाया है।

मैथिली ठाकुर का नाम भाजपा के साथ जुड़ने के बाद चर्चा में है, क्योंकि उन्होंने 14 अक्टूबर को पार्टी जॉइन की थी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जयस्वाल की उपस्थिति में उन्होंने भाजपा का दामन थामा। मैथिली ठाकुर एक युवा और प्रसिद्ध लोक गायिका हैं, जिन्होंने अपनी गायकी से एक विशेष पहचान बनाई है। इसके अलावा, भाजपा ने छपरा सीट से छोटी कुमारी को भी टिकट दिया है। अब तक भाजपा ने बिहार विधानसभा चुनाव के लिए 83 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया है, जिसमें 11 महिलाएं भी शामिल हैं।

दूसरी सूची के उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट:

  1. मैथिली ठाकुर – अलीनगर
  2. राम चंद्र प्रसाद – हयाघाट
  3. रंजन कुमार – मुजफ्फरपुर
  4. सुबाश सिंह – गोपालगंज
  5. केदार नाथ सिंह – बनियापुर
  6. छोटी कुमारी – छपरा
  7. विनय कुमार सिंह – सोनपुर
  8. बिरेंद्र कुमार – रोसरा
  9. डॉ. सीयाराम सिंह – बारह
  10. महेश पासवान – आगिआंव
  11. राकेश ओझा – शाहपुर
  12. आनंद मिश्रा – बक्सर

पहली सूची में 71 उम्मीदवारों का ऐलान

इससे पहले, भाजपा ने सोमवार को अपनी पहली सूची में 71 उम्मीदवारों का ऐलान किया था। इस सूची में दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के नाम भी शामिल हैं। प्रमुख उम्मीदवारों में पूर्व उपमुख्यमंत्रियों रेणु देवी (बेतिया) और तारकिशोर प्रसाद (कटिहार), मंगल पांडे (सीवान), नितीश मिश्रा (झंझारपुर), नीरा कुमार सिंह बाबू (छतापुर), विजय कुमार मंडल (सिकटी), संजय सरोगी (दरभंगा), राणा रंधीर सिंह (मधुबन), सुनील कुमार पिंटू (सीतामढ़ी), राम नारायण मंडल (बांका), कृष्ण कुमार ऋषि (बनमनखी), नितिन नबीन (बांकीपुर), डॉ. प्रेम कुमार (गया) और सिद्धार्थ सौरव (बिक्रम) के नाम प्रमुख हैं।

भा.ज.पा. ने 8 महिलाओं को भी टिकट दिया है, जिनमें श्रेया सिंह (जमुई), अरुणा देवी (वर्सलिगंज), रमा निषाद (औराई), निशा सिंह (प्रणपुर), कविता देवी (कोरहा), स्वीटी सिंह (किशनगंज), देवंती यादव (नरपतगंज), और गायत्री देवी (परिहार) शामिल हैं।

चुनाव की तारीखें

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होगा, जबकि वोटों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के चुनाव में भाजपा पूरी ताकत से अपनी पार्टी के उम्मीदवारों को प्रचारित कर रही है।

पाकिस्तान ने अफगान तालिबान के कई हमलों को विफल किया, सीमा पर हुई झड़पों में 40 से अधिक हमलावर मारे गए

पाकिस्तान ने अफगान तालिबान के कई हमलों को विफल किया, सीमा पर हुई झड़पों में 40 से अधिक हमलावर मारे गए
पाकिस्तान ने अफगान तालिबान के कई हमलों को विफल किया, सीमा पर हुई झड़पों में 40 से अधिक हमलावर मारे गए

इस्लामाबाद: पाकिस्तान सेना ने बुधवार को बताया कि उसने अफगान तालिबान के कई समन्वित हमलों को नाकाम कर दिया है। सीमा पर दोनों देशों के बीच हुई अलग-अलग झड़पों में 40 से अधिक हमलावर मारे गए हैं। आधिकारिक बयान के अनुसार, अफगान तालिबान के लड़ाकों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले बलूचिस्तान के स्पिन बोलदक इलाके में चार स्थानों को निशाना बनाया।

सेना ने कहा कि इन हमलों को विफल करते हुए 15-20 अफगान तालिबान के लड़ाके मारे गए और कई घायल हुए हैं। वहीं, स्थिति अभी भी विकसित हो रही है क्योंकि “फितना अल ख्वारिज” और अफगान तालिबान के स्टेजिंग पॉइंट्स पर और भी सैनिकों के इकट्ठा होने की खबरें हैं। फितना अल ख्वारिज पाकिस्तान सरकार द्वारा प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकवादियों के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है।

पाक-अफगान फ्रेंडशिप गेट को अफगान तालिबान ने नष्ट किया

बयान में आरोप लगाया गया कि ये हमले विभाजित सीमा गांवों से किए गए जहां नागरिक जीवन की कोई परवाह नहीं की गई। साथ ही अफगान तालिबान ने अपने पक्ष की सीमा पर स्थित पाक-अफगान फ्रेंडशिप गेट को भी नष्ट कर दिया, जिसे पाकिस्तान ने “दोनों देशों के बीच व्यापार और जनजातीय आवाजाही के अधिकारों की अनदेखी” के रूप में देखा है। स्पिन बोलदक में यह हमला एक अकेला मामला नहीं था। 14 अक्टूबर की रात को भी अफगान तालिबान और फितना अल ख्वारिज ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम सेक्टर में पाकिस्तान की सीमा चौकियों पर हमला करने की कोशिश की। ये हमले भी प्रभावी तरीके से विफल कर दिए गए, जिससे अफगान बलों को भारी नुकसान हुआ। पाकिस्तान सेना ने कहा कि आठ चौकियां और छह टैंक नष्ट कर दिए गए हैं। इस जवाबी कार्रवाई में लगभग 25-30 अफगान तालिबान और फितना अल ख्वारिज के लड़ाके मारे गए हैं।

पाकिस्तान ने तालिबान के आरोपों को खारिज किया

तालिबान द्वारा यह दावा कि पाकिस्तान ने हिंसा की शुरुआत की, पाकिस्तान सेना ने इसे “झूठा और बेहूदा” करार दिया। सेना ने कहा कि तालिबान की इस प्रचार रणनीति का जवाब तथ्यात्मक प्रमाणों से दिया जा सकता है। पाकिस्तान सेना ने दोहराया कि देश के खिलाफ किसी भी आक्रामकता का जवाब “पूरी ताकत” से दिया जाएगा। इस्लामाबाद ने बार-बार काबुल स्थित तालिबान सरकार से आग्रह किया है कि वे आतंकवादी समूहों को अफगानिस्तान की धरती से सीमा पार हमले करने से रोकें। हालांकि काबुल इन आरोपों को खारिज करता है और दावा करता है कि अफगान जमीन किसी भी पड़ोसी देश के खिलाफ उपयोग नहीं हो रही है।

कौन है ग्वालियर की CSP हिना खान जिन्होंने एडवोकेट अनिल मिश्रा को सुनाई खरी-खोटी

कौन है ग्वालियर की CSP हिना खान जिन्होंने एडवोकेट अनिल मिश्रा को सुनाई खरी-खोटी
कौन है ग्वालियर की CSP हिना खान जिन्होंने एडवोकेट अनिल मिश्रा को सुनाई खरी-खोटी

ग्वालियर: पुलिस सेवा में कड़ी मेहनत और जनता की सेवा के लिए समर्पित CSP हिना खान अपने कार्य के साथ-साथ अपने शौक और परिवार की अहमियत को भी बखूबी निभा रही हैं। हाल ही में एक वायरल वीडियो में उन्होंने साफ किया कि वह नियमों के अनुसार ही कार्य करती हैं और बिना अनुमति के किसी आयोजन की इजाजत नहीं दे सकतीं।

हिना खान गुना जिले के एक सामान्य परिवार से आती हैं। उनके पिता सरकारी स्कूल के सेवानिवृत्त शिक्षक हैं और मां गृहिणी। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई अरौन तहसील से पूरी की। स्नातक की पढ़ाई फिजियोथेरेपी में की और उसके बाद जीएसटी विभाग में असिस्टेंट कमर्शियल टैक्स ऑफिसर के रूप में काम किया। लेकिन जनता की सेवा करने की इच्छा ने उन्हें सिविल सेवा की तैयारी की ओर प्रेरित किया। 2016 में एमपीपीएससी पास करने के बाद उन्होंने 2018 में पुलिस सेवा जॉइन की। उन्होंने जबलपुर में अपनी सेवा की शुरुआत की और अब ग्वालियर में CSP के रूप में कार्यरत हैं।

काम के अलावा हिना खान पढ़ने और संगीत की भी शौकीन हैं। वे वेब सीरीज देखना पसंद करती हैं, खासकर थ्रिलर और मजबूत किरदार वाली सीरीज। वर्तमान में वे बिग बॉस देख रही हैं और ग्वालियर की तान्या मित्तल उनकी पसंदीदा प्रतिभागी हैं। संगीत के मामले में उन्हें पुरानी कव्वाली, गीत और लता मंगेशकर के गाने बहुत भाते हैं। ड्यूटी के दौरान अक्सर हेडफ़ोन लगाकर संगीत सुनती हैं, जिससे उन्हें मानसिक शांति मिलती है।

सालों की सेवा के बाद भी हिना खान सीखने के लिए तत्पर हैं। वे आगे पढ़ाई करने और लिखने की इच्छा रखती हैं। अपने वरिष्ठों, टीम और जनता के सहयोग के लिए वे आभारी हैं। राजनीतिक और सामाजिक दबावों के बीच हिना खान ग्वालियर में कानून के प्रति सख्त लेकिन मानवीय दृष्टिकोण रखने वाली पुलिस अधिकारी के रूप में जानी जाती हैं। वे अपने काम में दृढ़ता बरतती हैं और आलोचनाओं को समझदारी से संभालती हैं। ग्वालियर की इस बहादुर महिला अधिकारी ने यह साबित कर दिया है कि कड़क फैसलों के बीच भी सहानुभूति और आत्म-शांति संभव है।

Rohtak ASI Suicide Case: IPS Puran Kumar पर लगाए गंभीर आरोप, तीन पन्नों का सुसाइड नोट बरामद

Rohtak ASI Suicide Case: IPS Puran Kumar पर लगाए गंभीर आरोप, तीन पन्नों का सुसाइड नोट बरामद
Rohtak ASI Suicide Case: IPS Puran Kumar पर लगाए गंभीर आरोप, तीन पन्नों का सुसाइड नोट बरामद

रोहतक: हरियाणा में आईपीएस वाई. पूरन कुमार सुसाइड केस की जांच कर रही टीम में शामिल एक एएसआई ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान एएसआई संदीप कुमार लाठर के रूप में हुई है। पुलिस ने मौके से तीन पन्नों का सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें उन्होंने दिवंगत आईपीएस पूरन कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सुसाइड नोट में एएसआई संदीप कुमार ने लिखा है कि आईपीएस पूरन कुमार भ्रष्टाचार में लिप्त थे और जातिवाद का सहारा लेकर सिस्टम का दुरुपयोग कर रहे थे। उन्होंने लिखा, “मैंने भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ शहादत दी है।” उनके इस सुसाइड नोट ने पूरे मामले को और जटिल बना दिया है। सूत्रों के अनुसार, एएसआई संदीप कुमार आईपीएस पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार से जुड़े एक अहम मामले की जांच कर रहे थे। माना जा रहा है कि इसी जांच के दौरान कुछ ऐसे तथ्य सामने आए, जिनसे एएसआई मानसिक दबाव में आ गए। हालांकि, सुसाइड नोट में लिखी बातों ने इस केस की दिशा को पूरी तरह बदल दिया है।

इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब आईपीएस पूरन कुमार पहले ही आत्महत्या कर चुके हैं, तो आखिर एएसआई को ऐसा क्या खतरा था कि उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। क्या उनके ऊपर किसी तरह का दबाव था या उन्होंने किसी बड़े खुलासे की आशंका में जान दी यह अभी जांच का विषय है। फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंच चुकी है और सुसाइड नोट व एक वीडियो को कब्जे में ले लिया गया है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी और जल्द ही सुसाइड की असली वजह सामने लाई जाएगी। इस बीच, आईपीएस पूरन कुमार की मौत से जुड़ा यह दूसरा सुसाइड केस हरियाणा पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है। जांच एजेंसियां अब दोनों घटनाओं के बीच संभावित कड़ी तलाशने में जुटी हैं।

JDU की पहली उम्मीदवार सूची में 3 बाहुबली, 5 मंत्री और 50% नए चेहरे, जानें कितने दिग्गजों पर दाव खेल रही है पार्टी

JDU की पहली उम्मीदवार सूची में 3 बाहुबली, 5 मंत्री और 50% नए चेहरे, जानें कितने दिग्गजों पर दाव खेल रही है पार्टी
JDU की पहली उम्मीदवार सूची में 3 बाहुबली, 5 मंत्री और 50% नए चेहरे, जानें कितने दिग्गजों पर दाव खेल रही है पार्टी

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने अपनी पहली उम्मीदवार सूची जारी कर दी है। इस बार पार्टी ने कुल 57 उम्मीदवारों के नाम चुने हैं, जिनमें जातीय संतुलन और राजनीतिक रणनीति का खास ध्यान रखा गया है। सूची में 3 बाहुबली नेताओं अनंत सिंह (मोकामा), धूमल सिंह (एकमा) और अमरेन्द्र पांडेय (कुचायकोट) को टिकट दिया गया है, जो पार्टी के लिए मजबूत प्रचार हथियार माने जा रहे हैं। खास बात यह है कि अनंत सिंह ने पहले ही नामांकन दाखिल कर दिया है, जो पार्टी के प्रति उनके प्रभाव को दर्शाता है।

इस बार जेडीयू ने गैर-यादव ओबीसी या लवकुश समुदाय पर विशेष ध्यान केंद्रित किया है। सूची में 23 ऐसे उम्मीदवार हैं जो इस वर्ग से आते हैं। इसके अलावा, 9 उम्मीदवार अति पिछड़ा वर्ग और 12 दलित समुदाय के हैं, जिससे पार्टी ने सामाजिक समावेशन को प्राथमिकता दी है। महिला उम्मीदवारों को सीमित लेकिन प्रतीकात्मक स्थान दिया गया है। कुल चार महिलाओं को टिकट मिला है। वहीं, इस सूची में आधे से ज्यादा उम्मीदवार ऐसे हैं जो पहली बार चुनावी मैदान में उतर रहे हैं, यानी 27 नए चेहरे हैं। इसके साथ ही 11 ऐसे प्रत्याशी भी शामिल हैं जिन्होंने पिछली बार चुनाव हारा था, लेकिन पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी कैबिनेट के कई पुराने सहयोगियों को भी भरोसा देते हुए पांच मंत्रियों को टिकट दिया है। इनमें रतनेश सदा, सुनील कुमार, विजय चौधरी, महेश्वर हजारी और श्रवण कुमार शामिल हैं। इसके अलावा, बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेंद्र नारायण यादव को भी उम्मीदवार बनाया गया है, जो पार्टी की स्थिरता की कोशिशों को दर्शाता है। राजनीतिक तौर पर महत्वपूर्ण यह भी है कि जेडीयू ने उन चार सीटों पर भी अपने उम्मीदवार उतारे हैं जिन पर एनडीए सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने दावेदारी जताई थी। यह संकेत माना जा रहा है कि जेडीयू अपने गठबंधन में स्पष्ट राजनीतिक सीमाएं तय करना चाहती है।

सूची की सबसे बड़ी चर्चा मुस्लिम उम्मीदवारों की अनुपस्थिति रही है। 2020 में पार्टी ने 115 प्रत्याशियों में से 11 मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट दिया था, लेकिन इस बार पहली सूची में कोई मुस्लिम प्रत्याशी नहीं है। इस पर राजनीतिक हलकों में कई सवाल उठ रहे हैं। हालांकि पार्टी ने संकेत दिए हैं कि आगामी सूचियों में मुस्लिम प्रतिनिधित्व को स्थान दिया जा सकता है। हाल के दिनों में जेडीयू के नेताओं के बयान भी मुस्लिम वोट बैंक को लेकर चर्चा में रहे। ललन सिंह ने कहा था कि “नीतीश सरकार ने मुसलमानों के लिए काफी काम किया है, लेकिन वोट नहीं मिल रहे हैं।” इसके साथ ही वक्फ बोर्ड बिल को लेकर मुख्यमंत्री की गैरमौजूदगी ने भी इस चर्चा को हवा दी है। बावजूद इसके, चुनाव से पहले नीतीश कुमार मुस्लिम समुदाय के आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं ताकि विवादित धारणा को कम किया जा सके। कुल मिलाकर जेडीयू की पहली उम्मीदवार सूची से साफ संकेत मिलते हैं कि पार्टी जातीय संतुलन बनाए रखने, बाहुबली नेताओं पर भरोसा जताने और नए चेहरे उतारने की रणनीति के साथ चुनावी मैदान में है। वहीं मुस्लिम प्रतिनिधित्व की कमी राजनीतिक दृष्टि से बड़ा सवाल बनी हुई है, जिसका जवाब आगामी सूचियों में सामने आ सकता है।

Bihar Election 2025: चिराग पासवान ने महुआ सीट पर किया कब्जा, उपेंद्र कुशवाहा को मिली MLC और राज्यसभा की गारंटी

Bihar Election 2025: चिराग पासवान ने महुआ सीट पर किया कब्जा, उपेंद्र कुशवाहा को मिली MLC और राज्यसभा की गारंटी
Bihar Election 2025: चिराग पासवान ने महुआ सीट पर किया कब्जा, उपेंद्र कुशवाहा को मिली MLC और राज्यसभा की गारंटी

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। सूत्रों के मुताबिक, चिराग पासवान की अगुवाई वाली लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) ने महुआ विधानसभा सीट पर कब्जा कर लिया है। वहीं, राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को एमएलसी सीट और राज्यसभा की अवधि बढ़ाने का आश्वासन भी दिया गया है।

यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब कुशवाहा ने एनडीए के भीतर सीट बंटवारे को लेकर असंतोष जताया था। खासकर छह सीटों के आवंटन और महुआ सीट के चिराग पासवान के पार्टी को देने को लेकर वे नाराज थे। हालांकि एनडीए के शीर्ष नेतृत्व ने मंगलवार को कहा था कि सभी सहयोगी पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा अंतिम चरण में है और इसे सौहार्दपूर्ण तरीके से निपटाया जाएगा। लेकिन छोटे सहयोगी दलों के बीच असंतोष की खबरें सामने आईं।

एनडीए की सीट बंटवारे की बात करें तो भाजपा और जदयू को 101-101 सीटें मिली हैं, जबकि लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) को 29 सीटें मिली हैं। राष्ट्रीय लोक मोर्चा और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेकुलर) को क्रमशः छह-छह सीटें मिली हैं। एनडीए में भाजपा, जदयू, लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेकुलर) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखें भी घोषित कर दी गई हैं। 243 विधानसभा सीटों के लिए मतदान दो चरणों में होगा, पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा 11 नवंबर को। मतगणना 14 नवंबर को होगी। इस बार एनडीए के सामने INDIA गठबंधन है, जिसका नेतृत्व राजद के तेजस्वी यादव कर रहे हैं। इसमें कांग्रेस, सीपीआई (एमएल), सीपीआई, सीपीएम और मुकेश सहानी की विकासशील इंसान पार्टी भी शामिल हैं। नई पार्टी जनसुराज की ओर से प्रशांत किशोर ने सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा किया है।

भारत मामलों के विशेषज्ञ Ashley Tellis गिरफ्तार, गोपनीय दस्तावेज रखने और चीन से संपर्क का आरोप

भारत मामलों के विशेषज्ञ Ashley Tellis गिरफ्तार, गोपनीय दस्तावेज रखने और चीन से संपर्क का आरोप
भारत मामलों के विशेषज्ञ Ashley Tellis गिरफ्तार, गोपनीय दस्तावेज रखने और चीन से संपर्क का आरोप

नई दिल्ली: भारत-अमेरिका संबंधों पर वर्षों से प्रमुख आवाज़ रहे और दक्षिण एशिया नीति के विशेषज्ञ एश्ले टेलिस (64) को अमेरिकी न्याय विभाग ने गिरफ्तार कर लिया है। उन पर राष्ट्रीय रक्षा से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों को अवैध रूप से रखने और चीन के अधिकारियों से कई बार मिलने का गंभीर आरोप है।

1,000 से अधिक गोपनीय दस्तावेज बरामद

जस्टिस डिपार्टमेंट के मुताबिक, वर्जीनिया स्थित उनके घर से 1,000 से अधिक वर्गीकृत दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जिनमें टॉप सीक्रेट स्तर की सामग्री भी शामिल है। ये दस्तावेज उनके विएना स्थित आवास के बेसमेंट, डेस्क, लॉक्ड फाइलिंग कैबिनेट और स्टोरेज रूम में प्लास्टिक बैग्स में छिपाकर रखे गए थे।

टेलिस ने जांच में किया सहयोग

जांच एजेंसियों ने बताया कि टेलिस ने स्वेच्छा से लैपटॉप अनलॉक किया और दस्तावेजों तक पहुंच की अनुमति दी। उन्हें रक्षा मंत्रालय और विदेश विभाग की इमारतों से दस्तावेज बाहर ले जाते हुए सीसीटीवी फुटेज में भी देखा गया है।

चीन के अधिकारियों से कथित मुलाकातें

मामले में और गंभीरता तब जुड़ गई जब एफबीआई ने खुलासा किया कि टेलिस ने 2023 और 2025 के बीच कई बार चीनी अधिकारियों से मुलाकात की।

  • 15 सितंबर 2025 को वर्जीनिया के फेयरफैक्स में हुई एक बैठक के दौरान, वह एक मनीला लिफाफा लेकर पहुंचे, जो जाते समय उनके पास नहीं था।
  • 2 सितंबर 2025 को भी उनकी एक बैठक दर्ज की गई जिसमें उन्हें चीनी प्रतिनिधियों से गिफ्ट बैग मिलता हुआ देखा गया।
  • अप्रैल 2023 में एक डिनर के दौरान उन्हें ईरान-चीन संबंधों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर चर्चा करते सुना गया था।

टेलिस का करियर और भारत से संबंध

एश्ले टेलिस कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में वरिष्ठ फेलो हैं। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल में नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में काम किया और रक्षा तथा विदेश मंत्रालय के कई संवेदनशील पदों पर रह चुके हैं। भारत के साथ रक्षा और रणनीतिक संबंधों को मजबूती देने में उनकी भूमिका अहम रही है।

क्या हैं सजा के प्रावधान

यदि दोषी पाए जाते हैं, तो टेलिस को 10 साल तक की जेल, 2.5 लाख डॉलर जुर्माना, और संभावित संपत्ति जब्ती का सामना करना पड़ सकता है। न्याय विभाग ने कहा है कि गोपनीय जानकारी की सुरक्षा में चूक को गंभीरता से लिया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरे की आशंका

अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और संवेदनशील जानकारी की सुरक्षा पर केंद्रित है। एफबीआई और अन्य एजेंसियां अब यह जांच कर रही हैं कि क्या टेलिस के जरिए कोई जानकारी विदेशी ताकतों तक पहुंची है।

Dhanteras पर झाड़ू और धनिया खरीदने की क्यों है परंपरा, साधारण चीजों में छिपे हैं गहरे धार्मिक और ज्योतिषीय अर्थ

Dhanteras पर झाड़ू और धनिया खरीदने की क्यों है परंपरा, साधारण चीजों में छिपे हैं गहरे धार्मिक और ज्योतिषीय अर्थ
Dhanteras पर झाड़ू और धनिया खरीदने की क्यों है परंपरा, साधारण चीजों में छिपे हैं गहरे धार्मिक और ज्योतिषीय अर्थ

नई दिल्ली: धनतेरस के शुभ अवसर पर जहां सोना, चांदी, बर्तन और गहनों की खरीदारी की जाती है, वहीं दो सामान्य वस्तुएं झाड़ू और धनिया के बीज भी विशेष रूप से खरीदी जाती हैं। ये साधारण वस्तुएं प्रतीकात्मक महत्व से भरपूर होती हैं और इनका सीधा संबंध समृद्धि, शुद्धता और सौभाग्य से है।

झाड़ू: दरिद्रता और नकारात्मकता को दूर करने का प्रतीक

धनतेरस पर नई झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है। यह घर से पुरानी परेशानियों, नकारात्मक ऊर्जा और गरीबी को ‘बाहर’ करने का प्रतीक है। माना जाता है कि साफ-सुथरा घर मां लक्ष्मी को आकर्षित करता है क्योंकि वह वहीं वास करती हैं जहां स्वच्छता और संतुलन होता है।

लक्ष्मी को रोककर रखने का उपाय

मान्यता है कि नई झाड़ू का उपयोग करने से मां लक्ष्मी घर छोड़कर नहीं जातीं। यह एक प्रतीक है कि नकारात्मकता और ऋण को झाड़ू से बाहर निकालकर आर्थिक रूप से नया आरंभ किया जा सकता है।

वास्तु और ऊर्जा संतुलन

वास्तु शास्त्र के अनुसार, स्वच्छ और अव्यवस्थित रहित घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बेहतर होता है। धनतेरस पर नई झाड़ू खरीदना इस ऊर्जा प्रवाह को बनाए रखने का प्रतीकात्मक उपाय है।

धनिया के बीज: समृद्धि और वृद्धि का संकेत

धनिया के बीज छोटे जरूर होते हैं, लेकिन इनके पीछे छिपा संदेश बड़ा होता है। यह वृद्धि, समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का प्रतीक माने जाते हैं।

देवी-देवताओं को अर्पण और धन संग्रह का प्रतीक

धनतेरस की पूजा में धनिया के बीज मां लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि को अर्पित किए जाते हैं। पूजा के बाद कुछ बीज लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या धन के स्थान में रखे जाते हैं, जिससे घर में धन की वृद्धि हो।

बीज बोकर सौभाग्य उगाना

कुछ परंपराओं में पूजा के बाद इन बीजों को बगीचे या गमले में बोया जाता है। यह प्रतीकात्मक रूप से दर्शाता है कि जैसे बीज अंकुरित होते हैं, वैसे ही घर में समृद्धि और सुख-शांति का विकास होता है।

ज्योतिषीय दृष्टिकोण

धनिया को कभी-कभी बुध ग्रह से भी जोड़ा जाता है, जो व्यापार, वाणी और बुद्धिमत्ता का कारक होता है। इसे घर में रखने या किसी को देने से बुध से संबंधित सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।

शुद्धता और समृद्धि का अनोखा मेल

धनतेरस पर झाड़ू और धनिया की खरीद धार्मिक आस्था और प्रतीकात्मक परंपरा का सुंदर संयोजन है। जहां झाड़ू नकारात्मकता और विघ्न को हटाने का प्रतीक है, वहीं धनिया नए आरंभ, धन और सौभाग्य का संकेत देता है।

इस प्रकार, ये दो सरल चीजें हर वर्ग के व्यक्ति को बिना भारी खर्च के भी इस शुभ दिन की परंपराओं में भागीदार बनाती हैं।

Pentagon ठेकेदार और US State Department adviser Ashley Tellis गिरफ्तार, चीन से संबंध और गोपनीय दस्तावेज रखने का आरोप

Pentagon ठेकेदार और US State Department adviser Ashley Tellis गिरफ्तार, चीन से संबंध और गोपनीय दस्तावेज रखने का आरोप
Pentagon ठेकेदार और US State Department adviser Ashley Tellis गिरफ्तार, चीन से संबंध और गोपनीय दस्तावेज रखने का आरोप

नई दिल्ली: भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक और दक्षिण एशियाई मामलों के विशेषज्ञ एश्ले टेलिस को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है। टेलिस पेंटागन के एक ठेकेदार और अमेरिकी विदेश विभाग में सलाहकार के रूप में कार्यरत थे। एफबीआई की एक शपथपत्र के अनुसार, उन्होंने अमेरिकी वायु सेना की रणनीति और तकनीकों से संबंधित गोपनीय दस्तावेजों को अवैध रूप से एक्सेस और हटाया था।

FBI का बड़ा खुलासा

एफबीआई द्वारा मंगलवार को प्रकाशित किए गए एक हलफनामे में दावा किया गया है कि टेलिस ने पिछले कई वर्षों में कई बार चीनी सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की। अप्रैल 2023 में, वह वाशिंगटन डीसी के उपनगर में एक डिनर में चीनी अधिकारियों के साथ शामिल हुए थे, जहां उन्हें ईरान-चीन संबंधों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी उभरती तकनीकों पर बातचीत करते सुना गया।

पेंटागन और विदेश विभाग से जुड़े रहे

एफबीआई के दस्तावेजों के अनुसार, टेलिस विदेश विभाग में एक अनवेतन सलाहकार और पेंटागन की ऑफिस ऑफ नेट असेसमेंट (ONA) में ठेकेदार के रूप में कार्यरत थे। ONA अमेरिका के भविष्य के सुरक्षा खतरों का आकलन करने वाला एक आंतरिक थिंक टैंक है। मार्च 2025 में अमेरिकी रक्षा विभाग ने ONA को विघटित कर पुनर्गठित करने की घोषणा की थी। बताया गया है कि टेलिस ने वर्जीनिया के फेयरफैक्स स्थित एक रेस्टोरेंट में चीनी अधिकारियों से बार-बार मुलाकात की, जहां एक बार वह एक मनीला लिफाफा लेकर पहुंचे थे जिसे वह वापस ले जाते नहीं देखे गए। दो अन्य अवसरों पर, चीनी अधिकारियों ने उन्हें गिफ्ट बैग भी दिए थे।

किन धाराओं में केस दर्ज हुआ

अमेरिकी अटॉर्नी लिंडसे हॉलिगन ने बताया कि टेलिस पर 18 USC § 793(e) के तहत राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित जानकारी को अवैध रूप से रखने का आरोप लगाया गया है। हॉलिगन ने बयान में कहा, “इस मामले में लगाए गए आरोप हमारे नागरिकों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा दर्शाते हैं। हम कानून के अनुसार कार्रवाई जारी रखेंगे ताकि न्याय सुनिश्चित किया जा सके।”

सजा और जुर्माने का प्रावधान

यदि टेलिस दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें:

  • अधिकतम 10 साल की सजा,
  • 250,000 अमेरिकी डॉलर तक का जुर्माना,
  • 100 डॉलर का विशेष मूल्यांकन शुल्क,
  • और कथित अपराध से जुड़े लाभों की जब्ती का सामना करना पड़ सकता है।

हालांकि, संघीय अपराधों में वास्तविक सजा अधिकतम सीमा से कम होती है और अंतिम फैसला संघीय न्यायाधीश द्वारा US Sentencing Guidelines और अन्य वैधानिक पहलुओं को ध्यान में रखकर तय किया जाएगा। एश्ले टेलिस की गिरफ्तारी अमेरिका में गोपनीयता उल्लंघन और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में संभावित जोखिम को उजागर करती है। यह मामला आने वाले समय में भारत-अमेरिका और चीन-अमेरिका संबंधों पर असर डाल सकता है।

पटाखों पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, Delhi NCR में दिवाली पर 18 से 21 अक्टूबर तक ग्रीन क्रैकर्स जलाने की अनुमति

पटाखों पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, Delhi NCR में दिवाली पर 18 से 21 अक्टूबर तक ग्रीन क्रैकर्स जलाने की अनुमति
पटाखों पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, Delhi NCR में दिवाली पर 18 से 21 अक्टूबर तक ग्रीन क्रैकर्स जलाने की अनुमति

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को दिल्ली-एनसीआर में दिवाली पर्व के मद्देनज़र 18 अक्टूबर से 21 अक्टूबर 2025 तक सीमित समय के लिए ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति दे दी है। यह फैसला अस्थायी व्यवस्था के तहत लिया गया है, ताकि त्योहार की खुशियों और पर्यावरण सुरक्षा के बीच संतुलन बना रहे।

मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई की अध्यक्षता वाली पीठ ने यह आदेश सुनाते हुए कहा, “हमें संतुलित रुख अपनाना होगा, जिससे त्योहार की भावना भी बनी रहे और पर्यावरण को नुकसान भी न हो।”

कब जलाए जा सकेंगे पटाखे

सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में कहा है कि 18 से 21 अक्टूबर तक पटाखे जलाने की अनुमति दो समय स्लॉट में दी गई है:

  • सुबह 6 बजे से 7 बजे तक
  • शाम 8 बजे से 10 बजे तक

सिर्फ ग्रीन पटाखों की अनुमति

कोर्ट ने स्पष्ट किया कि केवल क्यूआर कोड वाले ग्रीन पटाखों की बिक्री और उपयोग की अनुमति होगी। साथ ही यह भी कहा गया कि दिल्ली-एनसीआर के बाहर से कोई पटाखा नहीं लाया जा सकेगा। पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वे निगरानी टीम बनाकर यह सुनिश्चित करें कि कोई अवैध या नकली पटाखा न बेचा जाए।

दिल्ली सरकार के पुराने आदेश का हवाला

मुख्य न्यायाधीश ने अपने आदेश में दिल्ली सरकार द्वारा 14 अक्टूबर 2024 को लगाए गए पूर्ण पटाखा प्रतिबंध का भी जिक्र किया, जिसे बाद में पूरे एनसीआर में लागू किया गया था। कोर्ट ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के साथ त्योहारों की परंपरा का भी ध्यान रखना जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया है कि जो दुकानदार नकली या गैर-स्वीकृत पटाखों की बिक्री करते पाए जाएंगे, उनके लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे।

सुप्रीम कोर्ट का यह आदेश दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए राहत लेकर आया है, जो दिवाली के मौके पर ग्रीन पटाखों के जरिए उत्सव मना सकेंगे। हालांकि, यह छूट सीमित समय और शर्तों के तहत दी गई है, जिससे वायु प्रदूषण पर नियंत्रण बना रहे।