
प्रयागराज, उत्तर प्रदेश– अडानी ग्रुप के अध्यक्ष गौतम अडानी ने मंगलवार को अपने परिवार के साथ प्रयागराज में आयोजित महा कुम्भ मेला का दौरा किया। यह मेला दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन माना जाता है, और इस दौरान उन्होंने अपनी पत्नी, प्रीति अडानी (अडानी फाउंडेशन की चेयरपर्सन) और अपने बेटे, करण अडानी (अडानी पोर्ट्स और एसईजेड लिमिटेड के प्रबंध निदेशक) के साथ त्रिवेणी संगम में पूजा-अर्चना की, जहां गंगा, यमुन और काल्पनिक सरस्वती नदियाँ मिलती हैं।
इस अवसर पर अडानी परिवार ने मेला परिसर में स्थित इस्कॉन मंदिर के कैंप में भी समय बिताया, जहां उन्होंने महाप्रसाद (पवित्र भोजन) तैयार करने में भाग लिया। अडानी ग्रुप ने इस्कॉन के साथ साझेदारी करते हुए महा कुम्भ मेला के दौरान श्रद्धालुओं को भोजन प्रदान करने की व्यवस्था की है। यह मेला 13 जनवरी को शुरू हुआ था और 26 फरवरी तक जारी रहेगा।
अपने दौरे के बाद, गौतम अडानी ने उत्तर प्रदेश प्रशासन, सफाई कर्मचारियों और पुलिस की कड़ी मेहनत की सराहना की, जिन्होंने इस विशाल धार्मिक आयोजन के सफल आयोजन में योगदान दिया। उन्होंने कहा, “कुम्भ मेला का प्रबंधन अभूतपूर्व था और यह प्रबंधन संस्थानों के लिए एक अध्ययन का विषय हो सकता है।” उन्होंने यह भी जोड़ा, “माँ गंगा के आशीर्वाद से बढ़कर कुछ नहीं है।”
इसके अतिरिक्त, इस माह अडानी ग्रुप ने गीता प्रेस के साथ मिलकर महा कुम्भ मेला में आने वाले श्रद्धालुओं को मुफ्त में एक करोड़ प्रतियाँ “आरती संग्रह” वितरित करने का संकल्प लिया। यह घोषणा उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर की, जहां उन्होंने महा कुम्भ को “भारतीय संस्कृति और धार्मिक विश्वास का महान यज्ञ” बताते हुए इस अद्भुत आध्यात्मिक आयोजन में गीता प्रेस के साथ योगदान करने पर गर्व महसूस किया।
गौतम अडानी और उनके परिवार की यह यात्रा महा कुम्भ मेला के महत्व को दर्शाती है, जो न केवल धार्मिक विश्वास का प्रतीक है, बल्कि भारतीय संस्कृति और एकता का भी प्रतिनिधित्व करता है। अडानी ग्रुप का इस आयोजन में योगदान निश्चित रूप से श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण और यादगार अनुभव बन रहा है।