बोकारो (झारखंड) | 16 जुलाई 2025
आज सुबह लेफ्ट विंग मुठभेड़ में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक जवान शहीद हो गए और दो माओवादी मारे गए। यह घटना बोकारो जिले की गूमिया थाना क्षेत्र के बिरहोड़ेरा जंगल में हुई, जहाँ कोबरा-209 बटालियन के जवानों ने संदिग्ध माओवादी को हिरासत में लेने के इरादे से ऑपरेशन शुरू किया गया था।
कैसे हुई घटना?
शुरुआत सुबह 5:30–6:00 बजे:
CRPF CoBRA के जवानों ने गुमिया इलाके के लुगु पहाड़ी क्षेत्र से माओवादी उपस्थिति की खुफ़िया सूचना मिलने पर कार्रवाई शुरू की।
मुठभेड़ की शुरुआत:
जैसे ही सुरक्षाकर्मी जंगल में छापामारी में गए, तभी माओवादी ने उन पर गोलीबारी की। जवाब में जवानों ने हमला किया और दो माओवादी ढेर कर दिए गए।
CRPF जवान की शहादत:
इसी गोलीबारी में एक CRPF जवान गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए रांची एयरलिफ्ट किया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई।
जांच और सर्च ऑपरेशन
- घटना के तुरंत बाद इलाके को घेरकर सुरक्षा बलों ने एक खोजी अभियान शुरू किया ताकि अन्य संभव माओवादी पकड़े जा सकें।
- बोकारो SP हरविंदर सिंह और क्षेत्र के IG क्रंथी कुमार गाडिदेसी ने पुष्टि की कि सर्च और सैनिटाइजेशन का कार्य अभी भी जारी है।
भविष्य की रणनीति
झारखंड पुलिस और CRPF की संयुक्त कार्रवाई नक्सली प्रभाव को खत्म करने को केंद्रित है। राज्य सरकार ने पूरा लक्ष्य रखा है कि अगले वर्ष तक नक्सल प्रभावित इलाकों को मुक्त कराना है। पिछले कुछ महीनों में झारखंड में दर्जनों माओवादी हताहत और सैकड़ों आत्मसमर्पण कर चुके हैं।
बिरहोड़ेरा की इस मुठभेड़ ने नक्सली हिंसा के खिलाफ जारी संघर्ष में फिर नया मोड़ लाया है। शहीद CRPF जवान की गाथा बलिदान और निडरता का प्रतीक बनी हुई है। सुरक्षा बल वर्तमान में आसपास के क्षेत्रों की तलाशी में जुटे हैं, यह सुनिश्चित करने के लिए कि कहीं और हिंसा के संकेत न हों। झारखंड में नक्सली समस्या के समाधान की यह एक लगातार प्रक्रिया है और राज्य, केंद्र सरकार दोनों इसे प्राथमिकता से आगे बढ़ा रहे हैं।