Raanjhanaa की वापसी में नया AI अंत, निर्देशक बोले, ‘कहानी की आत्मा छीन ली’

Raanjhanaa की वापसी में नया AI अंत, निर्देशक बोले, ‘कहानी की आत्मा छीन ली’
Raanjhanaa की वापसी में नया AI अंत, निर्देशक बोले, ‘कहानी की आत्मा छीन ली’

आनंद एल राय की सुप्रिय फिल्म Raanjhanaa (2013) अब 1 अगस्त 2025 को थियेटर में 12वीं सालगिरह पर फिर से रिलीज़ हो रही है। लेकिन इस बार चर्चा का कारण है, क्लासिक कहानी नही, बल्कि AI से तैयार किया गया alternate ending। निर्माता Eros International ने इस नए ‘AI‑powered climax’ को फिल्म में शामिल करने का निर्णय लिया है, जिसे आनंद एल राय ने बिना अनुमति लिए बताया है।

क्या है विवाद की वजह?

  • फिल्म की मूल कहानी में Dhanush के किरदार कुन्दन की दुखद मृत्यु होती है, जो थ्रिल और इमोशन दोनों जोड़ता है।
  • नई रिलीज़ में AI‑generated alternate climax में कुन्दन बच जाता है, यानी एक खुश अंत दिखाया गया।
  • लेकिन निर्देशक आनंद एल राय का कहना है कि इससे फिल्म की भावनात्मक गहराई और सच्चाई प्रभावित होती है।

आनंद एल राय का रुख

  • आनंद एल राय ने स्पष्ट किया कि वह इस निर्णय से पूरी तरह नाराज़ हैं।
    वे कहते हैं:
  • “अगर फिल्म गलती से हो जाए तब भी, दर्शकों को सम्मान देना चाहिए, यह वही क्लाइमेक्स था जिसे लोग भावुक होकर से देखा करते थे।”

उन्होंने यौन‑कहानी पर सवाल उठाया:

“अगर इस तरह की हेरफेर स्वीकार्य हो गई, तो Sholay जैसे कालातीत क्लासिक में भी अमिताभ‑धर्मेंद्र की मृत्यु बदल दी जाएगी।”

आगे कहा कि Eros ने बिना अनुमति उनका नाम फिल्म से अलग कर देने का अनुरोध भी किया है।

तकनीकी इस्तेमाल और फिल्म निर्माण का भविष्य

  • आनंद एल राय ने स्पष्ट किया कि वे AI तकनीक को VFX या नई फिल्मों में इस्तेमाल करने के पक्षधर हैं, लेकिन पुरानी फिल्मों की भावना को बदलना गलत है।
  • उन्होंने चेताया कि यह कदम फिल्मकारों और कलाकारों को आसन्न जोखिम में डाल सकता है, जहां केवल कमाई प्राथमिकता बनी रहे और कहानी का सम्मान पीछे छूट जाए।

जनसामान्य और फैंस की प्रतिक्रिया

  • दर्शकों और सोशल मीडिया पर डिबेट हुई, कुछ लोग कह रहे हैं कि क्लासिक फिल्म को बदलना साहित्य और संस्कृति का अपमान है, कुछ ने कहा कि उन्हें नया और हल्का अंत देखना अच्छा लगेगा।
  • आनंद एल राय का मानना है कि फिल्म की पहचान गहराई, कहानी और भावनात्मक सत्यता से बनी है, जिसे AI‑alteration से प्रभावित नहीं करना चाहिए।
  • Raanjhanaa जैसा फिल्म सिर्फ दृश्य मनोरंजन नहीं है, यह एक कहानी है, जो दर्शकों की आत्मा तक जाती है।
  • AI तकनीक से कहानी को बदलना आसान हो सकता है, लेकिन इसका फिल्ममेकिंग के मूल सिद्धांतों पर प्रभाव भी उतना ही गंभीर है।
  • आनंद एल राय का संदेश साफ़ है: पुरानी यादों को त्यागना आसान है, लेकिन अपनी पहचान और भावनात्मक अंत को मिटाना गलत है।
Digikhabar Team
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