सपा में एक बार फिर चाचा भतीजा का हुआ खेल, अखिलेश यादव कन्नौज सीट से लड़ेंगे चुनाव
सपा में एक बार फिर चाचा भतीजा का हुआ खेल, अखिलेश यादव कन्नौज सीट से लड़ेंगे चुनाव
लोकसभा चुनाव 2024 में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की कन्नौज सीट से चुनाव लड़ेंगे। अखिलेश ने पहले चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था, लेकिन बाद में उन्होंने अपना मन बदल दिया। समाजवादी पार्टी ने कन्नौज सीट पर तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन 48 घंटे के अंदर उनका टिकट कट गया और अब अखिलेश यहां से चुनाव लड़ेंगे। अखिलेश के इस फैसले को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। आइए जानते हैं अखिलेश ने अपने भतीजे और लालू प्रसाद यादव के दामाद तेज प्रताप का टिकट क्यों काटा है। समाजवादी पार्टी ने इस चुनाव में पहले भी कई सीटों पर उम्मीदवार बदले हैं और अब तो बात परिवार तक पहुंच गई। अखिलेश ने अपने भतीजे का ही टिकट काट दिया। उनके इस फैसले के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि कन्नौज में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं का दबाव था। तेज प्रताप उतना अच्छा चुनाव नहीं लड़ पाते। अखिलेश के आने से मुकाबला कड़ा होगा और बीजेपी के लिए यहां से दोबारा जीत हासिल करना आसान नहीं होगा। इसी वजह से 22 अप्रैल को तेज प्रताप को उम्मीदवार बनाया गया और 24 अप्रैल को अखिलेश ने खुद नामांकन करने का ऐलान कर दिया। इस लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने आठ सीटों पर उम्मीदवार बदले हैं। बदायूं में तो तीन बार में प्रत्याशी तय हुआ। यहां पहले धर्मेंद्र यादव फिर शिवपाल यादव और अंत में आदित्य यादव को टिकट मिला। मुरादाबाद में एसटी हसन और रुचि वीरा का नाम चलता रहा। नामांकन वाले दिन रुचि का नाम तय हुआ। मेरठ में अतुल प्रधान ने नामांकन के बाद नाम वापस लिया और सुनीता वर्मा ने पर्चा भरा। गौतमबुद्ध नगर, बागपत, संभल, बिजनौर और मिश्रिख में भी समाजवादी पार्टी ने उम्मीदवार बदले हैं। ऐसे में कन्नौज में भी उम्मीदवार बदलना कुछ नया नहीं है। शायद अखिलेश उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर पहले जनता और कार्यकर्ताओं का मन भांप रहे हैं। इसके बाद ही अंतिम फैसला ले रहे हैं। इसी वजह से कई सीटों पर उन्होंने उम्मीदवार बदले हैं।