पतंजलि फूड्स लिमिटेड ने फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) के निर्देश पर 4 टन लाल मिर्च पाउडर को बाजार से वापस बुलाया है। यह कदम उस बैच के पैकेज्ड लाल मिर्च पाउडर को लेकर उठाया गया है जो खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन नहीं कर पाया था।
CEO ने दी जानकारी
पतंजलि फूड्स के सीईओ संजीव अस्थाना ने पीटीआई को बताया कि कंपनी ने 200 ग्राम पैकेट में पैक 4 टन लाल मिर्च पाउडर की एक छोटी मात्रा को बाजार से वापस मंगवाया है।
उन्होंने कहा, “उत्पाद के नमूनों की जांच में यह अधिकतम अनुमत सीमा (MRL) से अधिक कीटनाशक अवशेषों के साथ पाया गया। FSSAI विभिन्न खाद्य उत्पादों के लिए कीटनाशक अवशेषों की अधिकतम सीमा तय करता है, जिसमें लाल मिर्च पाउडर भी शामिल है।”
तत्काल कार्रवाई
अस्थाना ने बताया कि कंपनी ने तुरंत अपने डिस्ट्रीब्यूशन चैनल पार्टनर्स को सूचित किया है और साथ ही उपभोक्ताओं तक पहुंचने के लिए विज्ञापन जारी किए हैं।
2024 में भी हुआ था मसालों का मुद्दा
यह पहली बार नहीं है जब मसालों की गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं। 2024 में, एमडीएच और एवररेस्ट जैसे दो प्रमुख मसाला निर्माताओं के नमूनों में एथिलीन ऑक्साइड के अंश पाए गए थे। हांगकांग ने इन मसालों के कुछ नमूनों की बिक्री पर रोक लगा दी थी क्योंकि इनमें एथिलीन ऑक्साइड, जो कि एक कार्सिनोजेनिक कीटनाशक है, का स्तर अधिक पाया गया था। हालांकि, बाद में FSSAI ने इन कंपनियों के अधिकांश नमूनों को मंजूरी दे दी थी।
ग्राहकों के लिए अपील
पतंजलि ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि यदि उन्होंने संबंधित बैच के लाल मिर्च पाउडर खरीदे हैं, तो वे उसे वापस कर सकते हैं। कंपनी इस मामले में पूरी पारदर्शिता बनाए रखने और उपभोक्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का वादा कर रही है।
खाद्य सुरक्षा की दिशा में सतर्कता आवश्यक
यह घटना एक बार फिर इस बात पर प्रकाश डालती है कि खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करना कितना महत्वपूर्ण है। उपभोक्ताओं को भी ऐसे मामलों में सतर्क रहना चाहिए और उत्पाद की गुणवत्ता की जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।