नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) के कम से कम 12 विधायक निलंबित कर दिए गए। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी और वरिष्ठ नेता गोपाल राय भी शामिल हैं। यह कार्रवाई विधानसभा में शराब नीति से जुड़ी नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट पेश किए जाने को लेकर हुए हंगामे के बाद की गई।
विधानसभा सत्र की शुरुआत उपराज्यपाल वीके सक्सेना के अभिभाषण से हुई, लेकिन आम आदमी पार्टी के विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। विधानसभा अध्यक्ष विजेंदर गुप्ता ने विधायकों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन जब हंगामा जारी रहा, तो उन्होंने 12 विधायकों को दिनभर के लिए निलंबित कर दिया।
आप विधायकों का विरोध प्रदर्शन
निलंबन के बाद आप नेताओं ने विधानसभा परिसर में ही विरोध प्रदर्शन किया। आतिशी ने भाजपा पर “बीआर अंबेडकर का अपमान” करने का आरोप लगाया और दावा किया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से बाबासाहेब अंबेडकर की तस्वीर को हटा दिया गया है।
“भाजपा ने बाबासाहेब अंबेडकर की तस्वीर हटाकर अपने असली रंग दिखा दिए हैं। क्या मोदी बाबासाहेब की जगह ले सकते हैं?” आतिशी ने कहा। उन्होंने घोषणा की कि जब तक अंबेडकर की तस्वीर को पुनः स्थापित नहीं किया जाता, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।
निलंबित विधायकों ने “बाबासाहेब का यह अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान” जैसे नारे लगाए और भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।
शराब नीति पर सीएजी रिपोर्ट का विवाद
इस बीच, भाजपा सरकार ने सीएजी की उस रिपोर्ट को पेश करने की तैयारी कर ली है, जो 2021-22 की अब रद्द की जा चुकी दिल्ली शराब नीति से जुड़ी कथित वित्तीय अनियमितताओं पर आधारित है। इस विवाद के कारण पहले ही आम आदमी पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन और राज्यसभा सांसद संजय सिंह शामिल हैं।
इस पूरे घटनाक्रम ने दिल्ली की राजनीति में नया तनाव पैदा कर दिया है और आने वाले दिनों में इस पर और राजनीतिक घमासान होने की संभावना है।