मुंबई: 23 जून 2025, सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में नई सप्ताह की शुरुआत भारी गिरावट के साथ हुई है। वैश्विक स्तर पर नकारात्मक माहौल और अमेरिका के इजरायल-ईरान संघर्ष में शामिल होने के चलते निवेशकों में चिंता व्याप्त है। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स आज 704.1 अंक की गिरावट के साथ 81,704.07 पर खुला। वहीं, निफ्टी 172.65 अंक टूटकर 24,939.75 पर ट्रेडिंग शुरू हुई। पिछले सत्र में सेंसेक्स 82,408.17 और निफ्टी 50 25,112.40 पर बंद हुआ था।
इसके अलावा, व्यापक सूचकांकों में भी गिरावट देखने को मिली। बीएसई मिडकैप 209.62 अंक (0.46%) और स्मॉलकैप इंडेक्स 172.20 अंक (0.33%) नीचे खुले।
विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार के लिए सबसे बड़ा खतरा ईरानी संसद द्वारा हर्मुज जलसंधि को बंद करने की सिफारिश है। हालांकि कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि इस बंदी से सबसे अधिक नुकसान ईरान और उसका मित्र चीन उठाएगा।
मेहता इक्विटीज के सीनियर वीपी (रिसर्च) प्रशांत तपसे ने कहा,
“यदि युद्ध लंबा चलता है तो वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती है। इससे भारत में महंगाई की समस्या फिर से उभर सकती है क्योंकि ईंधन के दाम तेजी से बढ़ेंगे।”
ब्रेंट क्रूड 3.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ 79.45 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेड कर रहा था, जबकि WTI क्रूड न्यूयॉर्क में 3.18 डॉलर की तेजी के साथ 76.19 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा।
आज निफ्टी के 623 स्टॉक्स हरे निशान में थे, जबकि 1,490 स्टॉक्स लाल निशान में थे। 135 स्टॉक्स स्थिर थे।
एशियाई बाजारों का हाल
मध्य पूर्व की बढ़ती तनाव की वजह से अमेरिकी स्टॉक फ्यूचर्स में गिरावट के चलते अधिकांश एशियाई बाजार भी लाल निशान में कारोबार करते देखे गए।
जापान का निक्केई 225 105.75 अंक टूटकर 38,297.48 पर था। हांगकांग का हैंग सेंग 31.66 अंक (0.13%) नीचे और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 12.27 अंक की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा था। वहीं, चीन का शंघाई कंपोजिट 5.17 अंक (0.15%) बढ़ा।
सेक्टोरियल प्रदर्शन
सभी निफ्टी सेक्टरल इंडेक्स आज लाल निशान में रहे। निफ्टी आईटी 1.21% गिरा, निफ्टी एफएमसीजी 0.46% नीचे था, जबकि निफ्टी मेटल में 0.62% की तेजी आई।
संक्षेप में, वैश्विक तनाव और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी ने भारतीय शेयर बाजार की लय बिगाड़ दी है। निवेशक फिलहाल सतर्क मुद्रा में हैं और बाजार में अस्थिरता बनी हुई है।