नई दिल्ली: गुरुवार की सुबह घरेलू शेयर बाजार के लिए बुरी खबर लेकर आई। सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन बाजार ने लाल निशान में शुरुआत की और जैसे-जैसे दिन चढ़ा, गिरावट का यह सिलसिला और तेज होता चला गया। शुरुआती 15 मिनट में ही निवेशकों के करीब 2.52 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट
बीएसई सेंसेक्स गुरुवार सुबह 578.3 अंक की गिरावट के साथ 81,018.33 पर खुला, जबकि निफ्टी 203.45 अंक लुढ़ककर 24,610 के स्तर पर आ गया। खबर लिखे जाने तक सेंसेक्स 764.88 अंक गिरकर 80,839.90 पर और निफ्टी 222.20 अंक की गिरावट के साथ 24,574.70 पर ट्रेड कर रहा था।
किन शेयरों में आई सबसे ज्यादा गिरावट?
सेंसेक्स की 30 में से अधिकांश कंपनियों के शेयर लाल निशान में रहे। सबसे ज्यादा नुकसान झेलने वाले शेयरों में शामिल हैं:
- पावर ग्रिड
- टेक महिंद्रा
- एचसीएल टेक
- नेस्ले इंडिया
- हिंदुस्तान यूनिलीवर
- आईटीसी
- टीसीएस
- महिंद्रा एंड महिंद्रा
हालांकि गिरावट के इस माहौल में भी अदाणी पोर्ट्स और इंडसइंड बैंक के शेयरों में हल्की बढ़त देखने को मिली।
अमेरिकी बाजार की कमजोरी बनी कारण
इस गिरावट की एक प्रमुख वजह अमेरिकी शेयर बाजारों की कमजोर क्लोजिंग को माना जा रहा है। बुधवार को अमेरिकी बाजारों में भारी बिकवाली देखने को मिली थी, जिसका सीधा असर गुरुवार को एशियाई और भारतीय शेयर बाजारों पर पड़ा।
बुधवार को बाजार ने दिखाई थी मजबूती
गौरतलब है कि बुधवार को भारतीय शेयर बाजार ने मजबूती के साथ दिन का समापन किया था। सेंसेक्स 410.19 अंक की तेजी के साथ 81,596.63 पर और निफ्टी 129.55 अंक चढ़कर 24,813.45 पर बंद हुआ था। लेकिन महज एक दिन बाद ही बाजार की यह मजबूती भरभराकर गिर गई।
निवेशकों को सलाह
विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक अस्थिरता और विदेशी निवेशकों की बिकवाली से बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे जल्दबाज़ी में फैसले न लें और लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान केंद्रित करें। शेयर बाजार में गुरुवार को आई तेज गिरावट ने निवेशकों को गहरी चिंता में डाल दिया है। हालांकि यह गिरावट वैश्विक कारकों से प्रेरित है, लेकिन बाजार की अस्थिरता के बीच सतर्क निवेश ही आगे का रास्ता तय करेगा।