गैंगरेप कांड के 11 दिन बाद खुला साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज, भारी सुरक्षा के बीच छात्रों की वापसी

गैंगरेप कांड के 11 दिन बाद खुला साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज, भारी सुरक्षा के बीच छात्रों की वापसी
गैंगरेप कांड के 11 दिन बाद खुला साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज, भारी सुरक्षा के बीच छात्रों की वापसी

कोलकाता: साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में एक प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ हुए कथित गैंगरेप की घटना के 11 दिन बाद सोमवार को कॉलेज दोबारा खोला गया। सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच, कॉलेज प्रशासन ने केवल बीए एलएलबी पहले सेमेस्टर के छात्रों को परीक्षा फॉर्म भरने के लिए कैंपस में प्रवेश की अनुमति दी।

कॉलेज गेट पर निजी सुरक्षा गार्डों द्वारा छात्रों की आईडी की सघन जांच की गई, और लगभग 100 छात्र-छात्राएं अपने अभिभावकों के साथ कैंपस पहुंचे। कॉलेज प्रशासन ने स्पष्ट निर्देश जारी किया है कि दोपहर 2 बजे के बाद कोई भी छात्र कॉलेज में नहीं रुकेगा। शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मियों को भी तभी परिसर से बाहर जाने की अनुमति मिलेगी जब सभी छात्र परिसर से निकल चुके होंगे।

जांच के चलते कई कमरे सील

घटना की जांच कर रही पुलिस ने छात्र संघ कक्ष और सुरक्षा गार्ड के कमरे को सील कर दिया है, जो फिलहाल जांच पूरी होने तक बंद रहेंगे। कॉलेज के गवर्निंग बॉडी के सदस्य हरिपदा बनिक ने कहा, “हम कैंपस में जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल करने की उम्मीद कर रहे हैं।”

कॉलेज में नियमित कक्षाएं 8 जुलाई से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शुरू होने वाली हैं।

अभिभावकों में असुरक्षा की भावना

हालांकि कॉलेज प्रशासन और पुलिस की ओर से आश्वासन मिलने के बावजूद, कई अभिभावकों ने अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता जताई है।

शशांक धारा, एक छात्र के पिता ने कहा, “जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, मैं हर परीक्षा के दिन अपने बेटे के साथ कॉलेज जाऊंगा।” एक अन्य अभिभावक ने सवाल उठाया, “जब कॉलेज प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था खुद सवालों के घेरे में है, तब मैं अपनी बेटी को यहां कैसे सुरक्षित महसूस करा सकता हूं?”

राजनीतिक संरक्षण के आरोप

घटना को लेकर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी की छात्र इकाई टीएमसीपी पर भी गंभीर आरोप लगे हैं। एक अभिभावक ने कहा, “यह मानना मुश्किल है कि टीएमसीपी के शीर्ष नेता कॉलेज कैंपस में हो रही आपराधिक गतिविधियों से अनजान थे। छात्र संघ कक्ष का गलत उपयोग राजनीतिक संरक्षण के बिना संभव नहीं।”

गौरतलब है कि यह कथित घटना 25 जून को हुई थी, जब एक छात्रा के साथ पूर्व छात्र व अनुबंध कर्मचारी तथा दो वरिष्ठ छात्रों ने मिलकर गैंगरेप किया। तीनों आरोपितों का नाम टीएमसी छात्र इकाई से जुड़ा हुआ बताया गया है। इसके अलावा एक सुरक्षा गार्ड को भी गिरफ्तार किया गया है।

इस शर्मनाक घटना के बाद राज्यभर में भारी आक्रोश फैला और 29 जून को कॉलेज को बंद कर दिया गया था।