नई दिल्ली: अंतरिक्ष में नौ महीने तक फंसे रहने के बाद, नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर अब जल्द ही धरती पर लौटने वाले हैं। उनकी वापसी की जिम्मेदारी एलन मस्क की कंपनी SpaceX ने ली है।
8 दिन का मिशन बना 9 महीने की चुनौती
सुनीता विलियम्स (59) और बुच विलमोर जून 2024 में Boeing के Starliner स्पेसक्राफ्ट से अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हुए थे। उनका मिशन केवल 8 दिन का था, लेकिन तकनीकी खामियों ने उनकी वापसी को रोक दिया।
तकनीकी समस्याएं बनी मुसीबत
Starliner में हीलियम लीक्स और थ्रस्टर मालफंक्शन जैसी गंभीर दिक्कतें सामने आईं, जिससे इसे वापसी के लिए असुरक्षित घोषित कर दिया गया। ऐसे में SpaceX को राहत मिशन के लिए बुलाया गया, ताकि दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित वापस लाया जा सके।
SpaceX की जिम्मेदारी
एलन मस्क की कंपनी ने अपने अत्याधुनिक ड्रैगन कैप्सूल को तैयार किया है, जो जल्द ही ISS से दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर पृथ्वी पर लौटेगा। SpaceX की यह पहल न केवल तकनीकी विश्वसनीयता को दर्शाती है, बल्कि मानव सुरक्षा के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को भी साबित करती है।
आगे क्या?
विशेषज्ञों के अनुसार, सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की स्वास्थ्य जांच की जाएगी और उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर भी बारीकी से नजर रखी जाएगी। वहीं, Boeing Starliner की खामियों की जांच रिपोर्ट भी जल्द पेश की जाएगी।
इस घटना ने अंतरिक्ष मिशनों में आने वाली अनिश्चितताओं और तकनीकी चुनौतियों को फिर से उजागर कर दिया है। अब सभी की निगाहें SpaceX के रिटर्न मिशन पर टिकी हैं, जिसका मकसद दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित धरती पर लाना है।