नई दिल्ली: गर्मी और उमस से जूझ रहे दिल्ली-NCR के लोगों को बुधवार शाम मौसम के अचानक बदले मिजाज से राहत तो मिली, लेकिन यह राहत आफत बनकर आई। तेज आंधी, मूसलधार बारिश और ओलावृष्टि ने राजधानी सहित उत्तर भारत के कई इलाकों में भारी तबाही मचाई। पेड़ों के गिरने, सड़कों पर जलभराव और बिजली गुल होने से जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया।
79 किमी/घंटा की रफ्तार से चली हवाएं, कई जगह ओलावृष्टि
बुधवार शाम करीब 5:30 बजे मौसम ने करवट ली और राजधानी में 79 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने लगीं। सफदरजंग वेधशाला ने तीन घंटे में 12.2 मिमी बारिश दर्ज की, जबकि प्रगति मैदान में हवा की रफ्तार 78 किमी/घंटा तक पहुंची। बारिश के साथ ओले भी गिरे, जिससे कई इलाकों में सड़कें फिसलन भरी हो गईं और ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो गई।
हवाई सेवाएं प्रभावित, उड़ानें लेट और रद्द
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर मौसम की मार से हवाई सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं। आठ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें देरी से चलीं, जबकि तेल अवीव की उड़ान को रद्द कर दिया गया। कुछ विमानों को अन्य हवाई अड्डों की ओर डायवर्ट भी करना पड़ा। इंडिगो, एयर इंडिया और स्पाइसजेट ने सोशल मीडिया के जरिए यात्रियों को सतर्क किया।
मेट्रो सेवा ठप, यात्री फंसे
दिल्ली मेट्रो की येलो, रेड और पिंक लाइनों पर आंधी की वजह से सेवाएं अस्थायी रूप से रोक दी गईं। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्वा लाइन पर भी परी चौक के आगे ट्रेनों की आवाजाही बाधित रही, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। राजधानी के पंत मार्ग, महादेव रोड, तुगलक रोड और विनय मार्ग जैसे प्रमुख इलाकों में पेड़ गिरने से ट्रैफिक जाम हो गया। आईटीओ के पास तिलक ब्रिज, सिकंदरा रोड और अक्षरधाम फ्लाईओवर के नीचे जलभराव की वजह से गाड़ियां सड़कों पर फंस गईं।
यूपी में 12 की मौत
नोएडा और गाजियाबाद में भी तूफान का असर देखने को मिला। कई सोसाइटियों में शीशे टूट गए और पार्किंग में खड़ी गाड़ियों पर होर्डिंग और लोहे की रॉड गिरने से नुकसान हुआ। ग्रेटर नोएडा की गैलेक्सी वेगा सोसाइटी में पांच वाहन क्षतिग्रस्त हुए। उत्तर प्रदेश में अब तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें गाजियाबाद में तीन, दिल्ली और ग्रेटर नोएडा में दो-दो लोग शामिल हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में अगले कुछ दिनों तक तेज हवाओं और बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। यूपी के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने और गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना जताई गई है।
मानसून से पहले ही तबाही के संकेत
मानसून के केरल में अगले चार-पांच दिनों में पहुंचने की संभावना है, लेकिन इससे पहले ही पश्चिमी तटीय राज्यों—महाराष्ट्र और कर्नाटक—में भारी बारिश और तेज हवाएं देखने को मिल रही हैं। पालघर के नाला सोपारा इलाके में एक मकान का छज्जा गिर गया, हालांकि समय रहते दो लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
दिल्ली-NCR और उत्तर भारत के लिए यह मौसम परिवर्तन राहत कम और आफत अधिक साबित हुआ है। लोगों से अपील की जा रही है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें।