मसूरी में रविवार को हुई तेज बारिश ने कैंपटी फॉल का नजारा खौफनाक बना दिया। झरने में पानी का बहाव इतना जबरदस्त था कि वहां मौजूद पर्यटक डरकर पीछे हट गए। पानी के साथ भारी मात्रा में मलबा और पत्थर बहकर नीचे झील में जमा हो गया। मौसम विभाग ने 8 मई तक उत्तराखंड में खराब मौसम की चेतावनी दी है। प्रशासन ने पर्यटकों से झरनों और बहाव वाले क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है।
रविवार दोपहर करीब तीन बजे कैंपटी क्षेत्र में अचानक जोरदार बारिश शुरू हुई, जिसके कुछ ही देर बाद झरना उफान पर आ गया। झरने का पानी बेहद तेजी से गिर रहा था, जिससे दृश्य डरावना लग रहा था। ऊपर से मलबा और पत्थर भी तेजी से गिरने लगे, जिससे खतरा और बढ़ गया। पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए तुरंत हरकत में आते हुए पर्यटकों को कैंपटी फॉल के पास जाने से रोक दिया। मौके पर मौजूद लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया।
झील में भारी मात्रा में मलबा जमा हो गया, जिससे आसपास की तीन-चार दुकानों में पानी घुस गया। मलबा जमा होने की वजह से त्यूणी-मलेथा हाईवे कुछ समय के लिए बाधित हो गया था, हालांकि किसी बड़ी हानि की खबर नहीं है।
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड में 8 मई तक मौसम बिगड़ा रहेगा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 12 घंटों के लिए उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, देहरादून, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, चंपावत, नैनीताल, उधमसिंह नगर और हरिद्वार जिलों में गरज और तेज हवाओं के साथ बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। कुछ इलाकों में ओलावृष्टि की भी संभावना है। इस दौरान हवा की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
वहीं, उधमसिंह नगर और हरिद्वार के कुछ हिस्सों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां तेज हवाओं और बारिश की संभावना बनी हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि 5 मई को भी राज्यभर में मौसम खराब बना रहेगा। उस दिन भी इन्हीं 13 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हवा की रफ्तार 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है और कुछ जगह ओले भी गिर सकते हैं।