बेंगलुरु: बेंगलुरु सेंट्रल से सांसद पी.सी. मोहन ने हाल ही में लागू की गई बेंगलुरु मेट्रो किराया वृद्धि पर कड़ा ऐतराज जताया है। उन्होंने इसे आम यात्रियों पर अनुचित बोझ करार दिया और चेतावनी दी कि यह फैसला लोगों को निजी वाहनों की ओर धकेल सकता है, जिससे शहर में पहले से ही गंभीर ट्रैफिक जाम और बढ़ेगा।
“बेंगलुरु के यात्रियों पर यह किराया वृद्धि अन्यायपूर्ण है। इससे अधिक लोग निजी वाहनों की ओर बढ़ेंगे और यातायात समस्या और विकराल हो जाएगी। इस भारी बढ़ोतरी का औचित्य क्या है?” मोहन ने सवाल उठाते हुए बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMRCL) से किराया निर्धारण समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
किराया वृद्धि का असर
9 फरवरी 2025 से लागू हुई नई किराया दरों के अनुसार:
अधिकतम किराया ₹60 से बढ़ाकर ₹90 कर दिया गया है।
पीक और नॉन-पीक आवर्स के लिए अलग-अलग किराया लागू किया गया है।
20-25 किमी की यात्रा के लिए अब ₹80 देने होंगे, जबकि 25 किमी से अधिक दूरी पर ₹90 का अधिकतम किराया वसूला जाएगा।
मोहन की मांग: यात्रियों को राहत मिले
सांसद मोहन ने कहा कि BMRCL को मासिक, तिमाही और वार्षिक पास शुरू करने चाहिए ताकि यात्रियों की जेब पर अतिरिक्त बोझ न पड़े और लोग सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता दें।
उन्होंने कहा, “ऐसे पास से यात्रियों को छूट मिलेगी और BMRCL को कम लागत में पूंजी उपलब्ध होगी। इससे वीकेंड में मेट्रो की सवारी बढ़ेगी और कुल यात्रियों की संख्या में इजाफा होगा।”
BMRCL का बचाव और नई रियायतें
BMRCL ने किराया वृद्धि का बचाव करते हुए कहा कि स्मार्ट कार्ड धारकों को नॉन-पीक आवर्स, रविवार और राष्ट्रीय अवकाश पर 10% तक की छूट मिलेगी। अधिकारियों का कहना है कि इससे ऑफ-पीक ट्रैवल को बढ़ावा मिलेगा और नियमित यात्रियों को लाभ मिलेगा।
पहले भी रोकी गई थी 45% की भारी वृद्धि
यह पहली बार नहीं है जब पी.सी. मोहन ने मेट्रो किराए में बढ़ोतरी का विरोध किया है। जनवरी 2025 में प्रस्तावित 45% किराया वृद्धि को उन्होंने केंद्र सरकार के हस्तक्षेप से रुकवाया था। उस समय उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा था,
“बेंगलुरु के लोगों के लिए एक बड़ी जीत – पारदर्शिता, जवाबदेही और उचित मेट्रो किराया सुनिश्चित किया गया!”
अब देखना होगा कि BMRCL यात्रियों की चिंताओं को कैसे दूर करता है और क्या यह किराया वृद्धि वापस ली जाती है या नहीं।