नायब सिंह सैनी गुरुवार को एक भव्य समारोह में हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी सहित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई दिग्गज शामिल होंगे। इस अवसर पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ-साथ भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उनके उपमुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे।
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। सैनी हरियाणा में दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, जहां भाजपा ने लगातार तीसरी बार सरकार बनाई है। नायब सिंह सैनी ने लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले इस साल मार्च में मनोहर लाल खट्टर की जगह मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। बुधवार को सैनी को सर्वसम्मति से हरियाणा में भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया।
इसके बाद उन्होंने राज्यपाल दत्तात्रेय से मुलाकात की और राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया। पंचकूला में शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इस समारोह में करीब 50,000 लोगों के शामिल होने की संभावना है और समारोह स्थल पर कुल 14 एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी, ताकि लोग समारोह देख सकें।
5 अक्टूबर को हुए हरियाणा चुनाव में भाजपा ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटें जीतकर राज्य में अभूतपूर्व तीसरी बार जीत हासिल की। वहीं कांग्रेस ने 37 सीटें जीतीं। 54 वर्षीय सैनी, जो हरियाणा में भाजपा के ओबीसी चेहरे हैं, उन्होंने लाडवा सीट जीती। सैनी ने कांग्रेस के मेवा सिंह और निर्दलीय उम्मीदवार विक्रमजीत सिंह चीमा के खिलाफ 16,054 मतों के अंतर से सीट जीती।
परंपरा से हटकर भाजपा ने घोषणा की थी कि विधानसभा चुनाव के बाद अगर पार्टी हरियाणा में सत्ता में लौटती है तो सैनी ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे। नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह के बाद, पीएम मोदी दोपहर 3:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक पंचकूला के होटल ललित में एनडीए नेताओं और प्रतिनिधियों की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इस सम्मेलन में एनडीए के लगभग सभी 20 मुख्यमंत्री और उनके उप मुख्यमंत्री हिस्सा लेंगे।
इस सम्मेलन में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, अमित शाह, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रिउ शामिल होंगे। महाराष्ट्र, बिहार, सिक्किम और मेघालय के मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय विकास के मुद्दे और संविधान का अमृत महोत्सव और लोकतंत्र की हत्या के प्रयास की 50वीं वर्षगांठ जैसे विषय शामिल हैं।