अरुण जेटली का नाम भारतीय राजनीति और आर्थिक सुधारों के संदर्भ में हमेशा सम्मान से लिया जाएगा। शनिवार को उनके जन्मदिन पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। अरुण जेटली ने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी और वे भारतीय राजनीति में एक बड़े नाम बन गए थे।
उनकी कार्यशैली और नीतियों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत किया और समाज के हर वर्ग के लिए सकारात्मक बदलाव लाए। अरुण जेटली का सबसे बड़ा योगदान GST का सफल कार्यान्वयन था, जिसने भारतीय बाजार को एकजुट किया। इसके अलावा, उनकी योजनाएं जैसे जन-धन योजना, उज्जवला योजना, मुद्रा योजना और डिजिटल इंडिया ने देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मुख्य योगदान
अरुण जेटली ने भारतीय अर्थव्यवस्था के कई महत्वपूर्ण पहलुओं को सुधारने के लिए कई योजनाएं और नीतियां बनाई। उनका कार्यकाल भारतीय जनता पार्टी के लिए भी महत्वपूर्ण था क्योंकि वे पार्टी के प्रमुख नेता और भारतीय राजनीति के एक अहम स्तंभ बन गए थे।
- GST (वस्तु एवं सेवा कर): उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को एकजुट करने के लिए GST लागू किया, जिससे देशभर में व्यापार को समान कर दरों पर चलाने का मार्ग प्रशस्त हुआ।
- जन-धन योजना: यह योजना लाखों गरीबों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ने का एक अहम कदम था।
- इन्सॉल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड: NPA की समस्या से निपटने के लिए उन्होंने यह कानून लागू किया, जो आज भी प्रभावी साबित हो रहा है।
- कैशलेस अर्थव्यवस्था: डिजिटल इंडिया और UPI जैसी योजनाओं के जरिए उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को डिजिटल रूप में मजबूत किया।
- उज्जवला योजना और मुद्रा योजना: महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन और छोटे कारोबारियों को ऋण प्रदान करना उनके दूरदर्शी नेतृत्व का उदाहरण है।
राजनीतिक यात्रा
अरुण जेटली की राजनीतिक यात्रा संघर्षों से भरी रही, लेकिन उनकी मेहनत और कड़ी मेहनत ने उन्हें एक सशक्त नेता बना दिया। वे 1980 में भारतीय जनता पार्टी से जुड़े और 1991 में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल हुए। उनके नेतृत्व में भाजपा ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए, और उनकी नीतियों से भारतीय राजनीति में स्थिरता और समृद्धि आई।
अरुण जेटली का योगदान हमेशा भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में याद रखा जाएगा, और उनका मार्गदर्शन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा।