नई दिल्ली, 12 मार्च 2025: होली रंगों का त्योहार है, लेकिन इन रंगों में मौजूद केमिकल्स त्वचा और बालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये एलर्जी, जलन, डर्मेटाइटिस, यहां तक कि बाल झड़ने का कारण भी बन सकते हैं। ऐसे में इन दुष्प्रभावों से बचने के लिए सही सावधानियां बरतना ज़रूरी है।
प्राकृतिक रंग अपनाएं, केमिकल से बचें
गुलाब की पंखुड़ियों, हल्दी, चुकंदर, गेंदा और सूरजमुखी जैसे प्राकृतिक रंगों का उपयोग करें। ये रंग त्वचा के लिए सुरक्षित होते हैं और एलर्जी का खतरा भी कम होता है।
होली के रंग कैसे हटाएं?
- रंग हटाने में सावधानी बरतें ताकि त्वचा और बालों को नुकसान न पहुंचे।
- रंग लगे हिस्से को गुनगुने पानी और माइल्ड क्लींजर से धोएं।
- जिद्दी दागों को हटाने के लिए हल्का स्क्रब (बेकिंग सोडा और पानी का पेस्ट) लगा सकते हैं, लेकिन ज़्यादा रगड़ने से बचें।
- नारियल तेल, जैतून का तेल या माइसेलर वॉटर से रंग हटाने पर जलन नहीं होती।
- बालों से रंग हटाने के लिए सौम्य शैम्पू का इस्तेमाल करें और ब्लीच या एसीटोन से बचें।
- रंग हटाने के बाद मॉइश्चराइजर और कंडीशनर लगाना न भूलें ताकि त्वचा और बालों को पोषण मिले।
रंग से जलन या एलर्जी हो तो क्या करें?
- यदि रंग से लाल चकत्ते या खुजली हो, तो प्रभावित हिस्से को तुरंत धोएं।
- नींबू, साबुन या किसी कठोर पदार्थ का इस्तेमाल न करें।
- मॉइश्चराइजर और हल्की स्टेरॉयड क्रीम लगाएं।
- जरूरत पड़ने पर एंटीहिस्टामिन (Allegra या Cetirizine) ले सकते हैं।
- यदि समस्या बनी रहे तो डॉक्टर से संपर्क करें।
जिन्हें एक्जिमा, मुंहासे या डैंड्रफ हो, वे क्या करें?
- रासायनिक रंगों से दूर रहें, ये मुंहासे बढ़ा सकते हैं, एक्जिमा को खराब कर सकते हैं और डैंड्रफ बढ़ा सकते हैं।
- यदि होली खेलनी पड़े, तो प्राकृतिक रंगों का ही उपयोग करें और रंगों को जितनी जल्दी हो सके, साफ कर लें।
- संवेदनशील त्वचा वालों को केमिकल रंगों से पूरी तरह बचना चाहिए।