नई दिल्ली, 12 मार्च 2025: भारत और मॉरीशस के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान 8 समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए गए। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान यह जानकारी दी। हालांकि, इन समझौतों का विस्तृत विवरण बाद में विदेश मंत्रालय (MEA) द्वारा साझा किया जाएगा।
मॉरीशस को नए संसद भवन के निर्माण में भारत का सहयोग
विदेश सचिव ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने मॉरीशस सरकार को नए संसद भवन के निर्माण में भारत की ओर से सहायता देने की घोषणा की। उन्होंने कहा, “आज दोनों देशों के बीच 8 समझौतों का आदान-प्रदान हुआ। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री ने मॉरीशस में नए संसद भवन के निर्माण में भारत के सहयोग की भी घोषणा की।”
रणनीतिक साझेदारी को मिला नया आयाम
प्रधानमंत्री मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने व्यापार, आर्थिक संबंधों और विकास साझेदारी की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान दोनों देशों ने एक संयुक्त विजन अपनाते हुए रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत किया। विदेश सचिव ने बताया, “यह पहली बार है जब भारत ने अपने किसी पड़ोसी देश के साथ रणनीतिक साझेदारी को इस स्तर तक बढ़ाया है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी यात्रा के अंतिम दिन मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम के साथ मिलकर अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक सर्विस एंड इनोवेशन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि यह संस्थान सीखने, शोध और लोक सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम और मैंने संयुक्त रूप से अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक सर्विस एंड इनोवेशन का उद्घाटन किया। यह संस्थान नई सोच, नेतृत्व और नवाचार को प्रोत्साहित करेगा, जिससे दोनों देशों की प्रगति और विकास को मजबूती मिलेगी।”
भारत-मॉरीशस संबंधों में नया अध्याय
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा भारत और मॉरीशस के बीच ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत करने का संकेत देती है। रणनीतिक साझेदारी, व्यापारिक सहयोग और विकास परियोजनाओं के विस्तार से दोनों देशों के संबंधों में नई ऊर्जा का संचार हुआ है।