वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार तड़के भारत, चीन और अन्य देशों पर ‘प्रतिवादी शुल्क’ लगाने का ऐलान किया है, जिससे वैश्विक बाजारों में हलचल मच गई है। ट्रंप ने कहा कि यह शुल्क अमेरिकी निर्माताओं को वैश्विक बाजारों तक समान पहुंच से वंचित करने वाले गैर-शुल्क बाधाओं के खिलाफ उठाया गया कदम है। हालांकि, कुछ महत्वपूर्ण वस्तुएं इन शुल्कों से छूट में शामिल हैं।
अमेरिकी व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा कि यह कदम उन व्यापारिक चुनौतियों का जवाब है जो अमेरिकी कंपनियों को विभिन्न देशों द्वारा लगाए गए गैर-शुल्क प्रतिबंधों के कारण झेलनी पड़ती हैं। हालांकि, कुछ महत्वपूर्ण वस्तुओं को इन शुल्कों से छूट दी गई है, जिससे वैश्विक उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिल सकती है।
क्या क्या सामान हैं जिनपर शुल्क नहीं लगेगा?
डोनाल्ड ट्रंप ने जो शुल्क घोषित किए हैं, उनमें से कई महत्वपूर्ण वस्तुएं इस बार छूट प्राप्त हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:
- सोना, गैर-मौद्रिक, बुलेटिन और डोरे
- चांदी बुलेटिन और डोरे
- इंसुलिन और इसके लवण
- विभिन्न विटामिन्स जैसे विटामिन A, B1, B2, B5, B6, B12, C, E और फोलिक एसिड
- सेमिकंडक्टर डिवाइसेस और ट्रांजिस्टर
- कागज या पेपरबोर्ड के एक्सरसाइज बुक्स
- मुद्रित किताबें, ब्रोशर और पत्रिकाएँ
- जिंक, प्लैटिनम, पैलाडियम, रोडियम जैसी धातुएं और उनके उत्पाद
- अन्य सेमिकंडक्टर डिवाइस, ट्रांजिस्टर और डिवाइसेस के पार्ट्स
- विभिन्न प्रकार के मुद्रित सामग्री, जैसे वाणिज्यिक कैटलॉग, व्यापार विज्ञापन सामग्री
यह कदम उन देशों के खिलाफ उठाया गया है, जिन पर ट्रंप प्रशासन का मानना है कि वे अमेरिकी बाजारों में समान रूप से व्यापार करने की अनुमति नहीं दे रहे हैं।
विश्वभर में चिंता की लहर:
इस फैसले के बाद वैश्विक व्यापार में उथल-पुथल मच गई है। इस कदम का असर न केवल व्यापारिक संबंधों पर पड़ेगा, बल्कि यह वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं को भी प्रभावित कर सकता है। इन शुल्कों के कारण अमेरिका में सामान की कीमतों में वृद्धि हो सकती है, जो उपभोक्ताओं के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
हालांकि, कुछ राहत भी दी गई है क्योंकि कुछ आवश्यक सामानों को इन शुल्कों से मुक्त किया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय अमेरिका की घरेलू अर्थव्यवस्था को नुकसान से बचाने और वैश्विक व्यापारिक संबंधों को नई दिशा देने के लिए लिया गया है।