लंदन: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने महिला T20 वर्ल्ड कप 2026 का पूरा शेड्यूल जारी कर दिया है। यह टूर्नामेंट इंग्लैंड और वेल्स के सात प्रतिष्ठित स्थलों पर 12 जून से 5 जुलाई तक खेला जाएगा, जिसमें कुल 33 मैच आयोजित होंगे। इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच पहला मुकाबला बर्मिंघम के एजबेस्टन स्टेडियम में होगा।
यह 10वां महिला T20 वर्ल्ड कप होगा और अब तक का सबसे बड़ा संस्करण साबित होने की उम्मीद है, जिसमें 12 टीमें हिस्सा लेंगी, जिन्हें दो ग्रुपों में बांटा गया है। टूर्नामेंट का फाइनल ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में 5 जुलाई को खेला जाएगा।
कौन-कौन से ग्रुप में हैं टीमें?
- ग्रुप 1: भारत, पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया (6 बार की चैंपियन), दक्षिण अफ्रीका (पिछली बार की रनर-अप) और दो क्वालीफायर टीमें
- ग्रुप 2: इंग्लैंड (मेजबान), न्यूज़ीलैंड (गत विजेता), श्रीलंका, वेस्टइंडीज और दो क्वालीफायर टीमें
चार क्वालीफाइंग टीमें 2026 की शुरुआत में घोषित की जाएंगी।
सेमीफाइनल और फाइनल की तारीखें:
- सेमीफाइनल 1: 30 जून, द ओवल
- सेमीफाइनल 2: 2 जुलाई, द ओवल
- फाइनल: 5 जुलाई, लॉर्ड्स
मैचों के स्थान:
- एजबेस्टन (बर्मिंघम)
- द ओवल (लंदन)
- लॉर्ड्स (लंदन)
- हेडिंग्ले (लीड्स)
- ओल्ड ट्रैफर्ड (मैनचेस्टर)
- ब्रिस्टल
- यूटिलिटा बाउल (साउथैम्प्टन)
इंग्लैंड कप्तान Nat Sciver-Brunt का बयान
इंग्लैंड की कप्तान नैट स्किवर-ब्रंट ने कहा,
“वर्ल्ड कप हमेशा खास होते हैं, लेकिन यह टूर्नामेंट कुछ अलग ही महसूस हो रहा है। यह महिला क्रिकेट के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि घरेलू मैदान पर विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ खेलना युवाओं को प्रेरित करेगा और खेल प्रेमियों के लिए यह अविस्मरणीय अनुभव होगा।
टूर्नामेंट डायरेक्टर का बयान
टूर्नामेंट की डायरेक्टर बेथ बैरेट-वाइल्ड ने कहा,
“यह टूर्नामेंट महिला क्रिकेट के लिए एक बड़ा मंच साबित होगा। हमारे पास इस महीने भर चलने वाली प्रतियोगिता को एक आंदोलन में बदलने का अवसर है, जो महिला खेल के भविष्य को नई दिशा देगा।”
भारत की तैयारियां और आगामी टूर्नामेंट
इससे पहले भारत सहित आठ टीमें इस साल के अंत में भारत में आयोजित होने वाले महिला वनडे वर्ल्ड कप में भाग लेंगी। उसके बाद सभी की निगाहें इंग्लैंड में होने वाले इस भव्य महिला T20 वर्ल्ड कप पर टिकी होंगी। महिला क्रिकेट के इतिहास में यह टूर्नामेंट एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। बड़े मैदान, प्रतिष्ठित टीमें और बढ़ता वैश्विक समर्थन इसे यादगार बनाने की पूरी संभावना रखते हैं।