दक्षिणी सीरिया के ड्रूज़ बहुल सूवाडा शहर में कल घोषित सीज़फ़ायर की घोषणा टूट गई। सशस्त्र झड़पों ने फिर नया रूप ले लिया, और इज़राइल ने भी सूवाडा के पास तैनात सरकारी सैनिकों पर एयर स्ट्राइक की धमकी दी।
सीज़फ़ायर क्यों टूटा?
दुर्गत डृज़ और सुननी बेडुइन समूहों के बीच हिंसक झड़पों के बीच, मंगलवार को ही सूवाडा में सरकार ने सीज़फ़ायर की घोषणा की थी। लेकिन इसे एक प्रभावशाली ड्रूज़ नेता शेख़ हिकमात अल-हिज़री ने “अपमानजनक” बताते हुए इसे स्वीकार नहीं किया और लड़ाई फिर शुरू हो गई।
इज़राइल का हस्तक्षेप
इज़राइल ने सूवाडा में ड्रूज़ अल्पसंख्यक की सुरक्षा का हवाला देते हुए, सरकारी सेना की टैंकों और वाहनों को निशाना बनाते हुए हवाई हमले भी शुरू किए ।
रक्षा मंत्री इज़राइल काट्ज़ ने चेतावनी दी कि यदि सरकारी जवानों को सूवाडा से हटाया नहीं गया, तो “हम और कुछ नहीं छोड़ेंगे”, और इज़राइल दमिश्क की रक्षा मुख्यालय पर भी हवाई हमले कर चुका है।
स्थिति कितनी गंभीर?
- आधारभूत सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि झड़पों में 70–99 लोगों की मौत हुई, जबकि घायल सैकड़ों तक पहुंच सकते हैं।
- रिपोर्ट्स में है कि ड्रोन गतिविधियां और विस्फोट लगातार हो रहे हैं, और नागरिकों के घरों में आगजनी और लूट भी जारी हैं ।
अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय प्रभाव
यह हालात पहले से ही अस्थिर जोश में हैं, दलालों की पहचान करना मुश्किल हो रहा है। अमेरिका, तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात सहित कई देश स्थिति पर चिंता जता चुके हैं।
इज़राइल की सक्रिय भूमिका ने एक और नई चुनोती पैदा कर दी है, क्या इससे इज़राइल और सीरिया के बीच तनाव बढ़ेगा?
सीज़फ़ायर टूटना सूवाडा में एक बड़ी मानवीय संकट का संकेत है। इज़राइल की हरकतों ने इसे और भी जटिल बना दिया है। सरकार और स्थानीय समुदाय इसमें उलझे हुए हैं जबकि नागरिकों की सुरक्षा और स्थिति का भय भी सामने है। आने वाले दिनों में इस क्षेत्र की स्थिरता और मानवीय मदद, इसी पर तय होगी।