“मुझ पर चिल्लाना बंद करो” संजय कपूर की 30,000 करोड़ रुपये की संपत्ति के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट में भिड़े दोनों पक्ष

"मुझ पर चिल्लाना बंद करो" संजय कपूर की 30,000 करोड़ रुपये की संपत्ति के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट में भिड़े दोनों पक्ष

नई दिल्ली: दिल्ली हाई कोर्ट में शुक्रवार को दिवंगत उद्योगपति संजय कपूर की 30,000 करोड़ रुपये की संपत्ति से जुड़ा एक हाई-प्रोफाइल मामला अदालत के दरवाजे पर गरमाई बहस का कारण बन गया। मामले में दोनों पक्षों के वरिष्ठ वकील महेश जेठमलानी और राजीव नायर के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जिसमें दोनों ने एक-दूसरे पर दलीलों में बाधा डालने का आरोप लगाया।

21 सेकंड की एक वीडियो क्लिप में अदालत के भीतर दोनों वकीलों की बहस को देखा जा सकता है। यह बहस तब शुरू हुई जब वकील राजीव नायर ने महेश जेठमलानी की दलीलों के दौरान बीच में हस्तक्षेप किया। इस बहस में जेठमलानी ने नायर को शिष्टाचार का पालन करने और चिल्लाने से परहेज करने की नसीहत दी।

मामला क्या है?

बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्मा कपूर के प्रतिनिधि वकील महेश जेठमलानी संजय कपूर की संपत्ति में करिश्मा के बच्चों को 5वां हिस्सा दिलाने के लिए लड़ रहे हैं। करिश्मा के बच्चे संजय कपूर की 21 मार्च को जारी की गई एक वसीयत को चुनौती दे रहे हैं, जिसमें संजय की सारी निजी संपत्ति उनकी सौतेली मां प्रिया के नाम कर दी गई थी। बच्चों का आरोप है कि न तो संजय ने कभी इस वसीयत का जिक्र किया और न ही प्रिया या कोई और इस बारे में कभी चर्चा की।

संजय कपूर का 12 जून को एक पोलो मैच के दौरान निधन हो गया था। करिश्मा की बेटी समायरा कपूर ने अपनी मां के माध्यम से अदालत में याचिका दायर की है और उन्हें अपना जनरल पावर ऑफ अटॉर्नी नियुक्त किया है। समायरा के नाबालिग बेटे कियान का भी उनकी मां ने कानूनी अभिभावक के रूप में प्रतिनिधित्व किया है।

प्रिया का पक्ष

संजय की पत्नी प्रिया के वकील राजीव नायर ने इस मुकदमे को “विचारणीय नहीं” बताया। उन्होंने कहा कि वह संजय की कानूनी पत्नी हैं और यह मुकदमा असंगत है। नायर ने कहा,

“जब संजय कपूर ने करिश्मा से 2016 में तलाक लिया था, तब ये प्यार और स्नेह के दावे कहां थे? आपके पति आपको कई साल पहले छोड़ चुके थे।”

प्रिया के वकील ने यह भी दावा किया कि करिश्मा के बच्चों को पहले ही आर.के. फैमिली ट्रस्ट के तहत लगभग 1,900 करोड़ रुपये की संपत्ति मिल चुकी है। दिवंगत उद्योगपति की मां ने भी अदालत में दावा किया है कि उनकी 10,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति नष्ट हो गई है और वे अब “बिना छत के” रह गई हैं।

अदालत में बहस के दौरान बोले वकील

  • महेश जेठमलानी ने कहा, “कृपया मुझे बीच में मत टोकिए, मुझे टोकना पसंद नहीं है।”
  • राजीव नायर ने जवाब दिया, “आपको इसकी आदत नहीं है।”
  • जेठमलानी ने पलटवार करते हुए कहा, “मैं आसानी से हार मानने वाला नहीं हूं। मुझ पर चिल्लाना बंद करो।”

संजय कपूर की संपत्ति को लेकर चल रही इस जटिल कानूनी लड़ाई में अब तक कई मोड़ आ चुके हैं। दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं और मामला अदालत में गर्माया हुआ है। अब देखना होगा कि अदालत इस विवाद में किस पक्ष को न्याय प्रदान करती है।

Pushpesh Rai
एक विचारशील लेखक, जो समाज की नब्ज को समझता है और उसी के आधार पर शब्दों को पंख देता है। लिखता है वो, केवल किताबों तक ही नहीं, बल्कि इंसानों की कहानियों, उनकी संघर्षों और उनकी उम्मीदों को भी। पढ़ना उसका जुनून है, क्योंकि उसे सिर्फ शब्दों का संसार ही नहीं, बल्कि लोगों की ज़िंदगियों का हर पहलू भी समझने की इच्छा है।