माधवी लता को क्यों दी गई Y प्लस सिक्योरिटी, IB की थ्रेट रिपोर्ट के बाद गृह मंत्रालय का फैसला
माधवी लता को क्यों दी गई Y प्लस सिक्योरिटी, IB की थ्रेट रिपोर्ट के बाद गृह मंत्रालय का फैसला
हैदराबाद लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार माधवी लता को गृह मंत्रालय से Y प्लस की सिक्योरिटी दे दी गई है। आपको बता दें कि माधवी लता असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ हैदराबाद से चुनाव लड़ रही हैं। जिसके बाद गृह मंत्रालय ने आईबी की थ्रेट रिपोर्ट का आधार पर माधवी लता को सुरक्षा दी है।
असदुद्दीन ओवैसी बनाम माधवी लता
बता दें कि हैदराबाद लोकसभा सीट से भाजपा ने माधवी लता को ओवैसी के खिलाफ उतारकर बड़ा दांव खेला है। ओवैसी 2004 से चार बार हैदराबाद की सीट से जीतते आ रहे हैं। इससे पहले उनके पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी 1984 से 2004 तक लगातार 6 बार लोकसभा में हैदराबाद का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। सलाहुद्दीन और असदुद्दीन ओवैसी विधानसभा में भी हैदराबाद का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। अब देखना है कि क्या लता माधवी ओवैसी को हरा सकती हैं।
पीएम मोदी भी हुए माधवी लता के मुरीद
INDIA TV का बहुचर्चित शो ‘आप की अदालत’ में माधवी लता ने ऐसा बेबाक रूप दिखाया कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी तारीफ की है और पूरे देश से आप की अदालत का ये एपिसोड देखने का आग्रह किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, “माधवी लता जी, आपका ‘आप की अदालत’ एपिसोड असाधारण है। आपने बहुत ठोस मुद्दे उठाए हैं, साथ ही तर्क और जुनून के साथ ऐसा किया है। मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं। मैं सभी से आज सुबह 10 बजे या रात 10 बजे इस कार्यक्रम का दोबारा प्रसारण देखने का भी आग्रह करता हूं। आप सभी को यह बहुत जानकारीपूर्ण लगेगा।”
कौन है माधवी लता
माधवी लता एक सांस्कृतिक कार्यकर्ता हैं, जिनके पास निज़ाम कॉलेज से लोक प्रशासन में स्नातक की डिग्री और उस्मानिया विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में मास्टर डिग्री है। लता एक उद्यमी, एक एनसीसी कैडेट और एक पेशेवर भरतनाट्यम नर्तकी हैं। वह हैदराबाद स्थित विरिंची हॉस्पिटल्स की चेयरपर्सन हैं । लता ने अपनी उम्मीदवारी को लगभग दो दशक लंबे दान कार्य की स्वीकृति बताया था।
क्या है Y प्लस कैटेगरी की सुरक्षा
वाई-प्लस कैटेगरी में आर्म्ड पुलिस के 11 कमांडो तैनात किए जाते हैं, जिसमें पांच पुलिस के स्टैटिक जवान वीआईपी की सुरक्षा के लिए उनके घर और आसपास रहते हैं। साथ ही 6 पीएसओ तीन शिफ्ट में संबंधित वीआईपी को सुरक्षा देते हैं।