नकली एयरबैग सप्लायर का पर्दाफाश, इनोवेशन की आड़ में लोगों की जान से खिलवाड़
नकली एयरबैग सप्लायर का पर्दाफाश, इनोवेशन की आड़ में लोगों की जान से खिलवाड़
नकली एयरबैग मामले को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए नामी ब्रैंड की गाड़ियां बनाने वाली 16 ऑटोमोबाइल कंपनियों को मेल भेजा है। सभी बरामद एयरबैग की क्वॉलिटी की जांच करवाई जाएगी। डीसीपी (सेंट्रल) एम. हर्षवर्धन ने बताया कि एयरबैग मामले की तफ्तीश कई एंगल से चल रही है। आम जनता के जीवन के साथ खिलवाड़ करने के मद्देनजर मजबूत केस बनाने पर काम चल रहा है। ऑटोमोबाइल कंपनियों से मेल का जवाब आने पर कॉपी राइट एक्ट भी लगाया जा सकता है, क्योंकि ये इन कंपनियों से ऑथराइज्ड नहीं थे।
कहां हो रहे थे तैयार
माता सुंदरी रोड स्थित गुरुद्वारा के करीब झुग्गी नंबर-24 और झुग्गी नंबर-248 में बन रहे थे नामी कंपनियों के गाड़ियों के नकली एयरबैग। सेंट्रल जिला पुलिस ने 16 अप्रैल को छापेमारी कर नामी ऑटोमोबाइल कंपनियों के 16 ब्रैंडेड गाड़ियों के 921 नकली एयरबैग और रॉ मटीरियल रिकवर किया। इनकी कीमत एक करोड़ 84 लाख 20 हजार रुपये आंकी गई है। एयरबैग के 287 मोटर और 109 रॉ मटीरियल की चीजें बरामद कीं। आपको बता दें कि आरोपी पहले खुद पुरानी गाड़ियों के स्क्रैप का काम करते थे। यहीं से इन्हें नकली एयरबैग बनाने का आइडिया आया। यू-ट्यूब से तरीका सीखा, जिसके बाद बनाने लगे। आरोपी तीन साल से इस काम को अवैध तरीके से कर रहे थे। एक्सिडेंटल गाड़ियों के एयरबैग के मोटर और लोगो खरीदते थे। इनके अब तक 2000 से ज्यादा नकली एयरबैग मार्केट में बेचने की आशंका है। पुलिस अफसरों ने बताया कि उन्होंने पता लगाया कि मार्केट में एक नामी कंपनी की गाड़ी के एयरबैग की कीमत डेढ़ लाख रुपये थी, लेकिन उसी कंपनी का लोगो लगा नकली एयरबैग 30 से 50 हजार रुपये में बेच रहे थे।