Bajaj Finance: वर्क प्रेशर से गई एक और जान, बजाज फाइनेंस के कर्मचारी की आत्महत्या से मचा हड़कंप, सुसाइड नोट से हुआ खुलासा

Bajaj Finance: वर्क प्रेशर से गई एक और जान, बजाज फाइनेंस के कर्मचारी की आत्महत्या से मचा हड़कंप, सुसाइड नोट से हुआ खुलासा
Bajaj Finance: वर्क प्रेशर से गई एक और जान, बजाज फाइनेंस के कर्मचारी की आत्महत्या से मचा हड़कंप, सुसाइड नोट से हुआ खुलासा

उत्तर प्रदेश के झांसी में बजाज फाइनेंस नामक फाइनेंस कंपनी से जुड़े एक कर्मचारी ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। पुलिस का कहना है कि उस व्यक्ति पर काम का बहुत ज़्यादा और बेवजह का दबाव था।

तरुण सक्सेना ने अपने सुसाइड नोट में काम की भयावह स्थितियों का खुलासा किया है। ऑफिस के सीनियर्स उस पर डेडलाइन को पूरा करने के लिए बेवजह दबाव बना रहे थे। ऐसा न करने पर वे उसकी सैलरी काटने की धमकी दे रहे थे। सोमवार की सुबह तरुण अपने घर में मृत पाए गए। पुलिस के मुताबिक, उन्होंने यह कदम उठाने से पहले अपनी पत्नी और बच्चों को दूसरे कमरे में बंद कर दिया था।

तरुण ने अपने पत्र में बजाज फाइनेंस का नाम लिया है और बताया है कि कैसे वह अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए ‘अपनी पूरी कोशिश करने के बावजूद’ बेवजह और बहुत ज़्यादा तनाव में थे। उनका काम बजाज फाइनेंस के लिए EMI इकट्ठा करना था। उन्होंने लिखा था, “मैं भविष्य को लेकर बहुत तनाव में हूं। मैंने सोचने की क्षमता खो दी है। मैं जा रहा हूं।”

अपने नोट में तरुण ने बताया कि कैसे उन्हें और अन्य कर्मचारियों को EMI की राशि का भुगतान करने के लिए मजबूर किया गया था, जिसे वे वसूल नहीं कर पाए थे और इस बारे में कई बार उनके वरिष्ठ अधिकारियों को भी बताया गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने बताया, “मैं 45 दिनों से सोया नहीं हूं। मैंने मुश्किल से कुछ खाया है। मैं बहुत तनाव में हूं। वरिष्ठ प्रबंधक मुझ पर किसी भी कीमत पर लक्ष्य पूरा करने या नौकरी छोड़ने का दबाव बना रहे हैं।”

नोट में आगे लिखा है, “आप सभी मेघा, यथार्थ और पीहू का ख्याल रखें। मम्मी, पापा, मैंने कभी कुछ नहीं मांगा, लेकिन अब मांग रहा हूं। कृपया दूसरी मंजिल बनवा दें, ताकि मेरा परिवार आराम से रह सके।” हालांकि, बजाज फाइनेंस ने आरोपों पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

मीडिया से बात करते हुए तरुण के चचेरे भाई गौरव ने भी तनाव के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “तरुण सक्सेना मेरे बड़े चचेरे भाई थे। वह बजाज फाइनेंस में एरिया मैनेजर के पद पर काम करते थे। कंपनी उन पर बाजार से अधिक कलेक्शन लाने का दबाव बना रही थी। जब वह लक्ष्य पूरा करने में विफल रहे, तो उनका वेतन काट लिया गया। जैसा कि हमें आज सुबह करीब 6:00 बजे पता चला, भोपाल में रहने वाले वैभव सक्सेना और प्रभाकर मिश्रा ने उनके साथ एक कॉन्फ्रेंस की और उन्हें उकसाया, जिसके बाद उन्होंने आत्महत्या कर ली।” तरुण की आत्महत्या अर्न्स्ट एंड यंग (EY) की पूर्व कर्मचारी अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत पर राष्ट्रीय आक्रोश के मद्देनजर हुई है, जिनकी मृत्यु काम के तनाव के कारण हुई थी।

Digikhabar Editorial Team
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