
नई दिल्ली: संसद में सोमवार को ऑपरेशन सिंदूर पर चल रही चर्चा के दौरान भारतीय जनता पार्टी के सांसद बैजयंत जय पांडा ने बड़ा खुलासा किया। उन्होंने लोकसभा में बताया कि जम्मू-कश्मीर में चल रहे ऑपरेशन महादेव के तहत तीन आतंकियों को ढेर किया गया है, जिनमें से एक आतंकी अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकी हमले में शामिल था।
बैजयंत पांडा ने कहा, “जब हम संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा कर रहे हैं, उसी समय जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन महादेव चल रहा है। इसमें तीन आतंकवादी मारे गए हैं, जिनमें से एक पहलगाम आतंकी हमले में शामिल था।”
उन्होंने बताया कि भारत ने पहली बार परमाणु हथियारों से लैस देश की 11 एयरबेस को निशाना बनाया और पाकिस्तान की वायुसेना के 20 प्रतिशत संसाधनों को नष्ट कर दिया। इस ऑपरेशन में 100 से अधिक पाकिस्तानी आतंकवादियों को ढेर किया गया, जिनमें कई हाई-वैल्यू टारगेट शामिल थे। पांडा ने कहा कि पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई की कोशिश पूरी तरह नाकाम रही।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों पर हमला करते हुए पांडा ने कहा कि जब-जब भारत पर आतंकी हमले हुए, तब-तब कांग्रेस सरकार ने सिर्फ औपचारिक विरोध जताया। उन्होंने 2005 के दिल्ली सीरियल ब्लास्ट, 2006 के वाराणसी बम धमाके और 2008 के मुंबई हमले का जिक्र करते हुए कहा कि इन मामलों में जवाबी कार्रवाई की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा, “हमारे सशस्त्र बल जवाब देने को तैयार थे लेकिन सरकार ने अनुमति नहीं दी।”
पांडा ने आरोप लगाया कि उस समय के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और विदेश सचिवों ने कार्रवाई से परहेज किया और सात महीने बाद प्रधानमंत्री ने पाकिस्तानी राष्ट्रपति से मुलाकात कर बातचीत जारी रखने का निर्णय लिया। उन्होंने कांग्रेस पर वर्षों तक तुष्टिकरण और आतंक के खिलाफ निष्क्रिय रहने का आरोप लगाया।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई पर निशाना साधते हुए पांडा ने कहा, “जब उन्होंने पूछा कि हम पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) कब वापस लाएंगे या चीन पर सवाल उठाया, तो यह हास्यास्पद लगा। उनके नेता अक्सर ‘सरेंडर’ शब्द का उपयोग करते हैं। इस सदन को सोचना चाहिए कि कांग्रेस ने देश के हितों को कितनी बार आत्मसमर्पण किया है।”
उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात का दुख है कि विपक्ष के किसी सांसद ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की विफलताओं को उजागर नहीं किया। “विपक्ष ने फिर वही भाषा बोली जो पाकिस्तान की साजिशों को मजबूत करती है,” पांडा ने कहा।