नई दिल्ली/ढाका, 14 जनवरी 2025: भारत और बांगलादेश के बीच सीमा पर बाड़ लगाने को लेकर बढ़ते तनाव के बीच, भारत ने 13 जनवरी को बांगलादेश के उप उच्चायुक्त नुराल इस्लाम को तलब किया। यह कदम एक दिन बाद उठाया गया, जब ढाका ने भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को तलब कर अपनी ‘गहरी चिंता’ व्यक्त की और सीमा पर चल रहे बाड़ निर्माण कार्यों पर आपत्ति जताई थी।
बांगलादेश ने आरोप लगाया है कि भारत सीमा पर पांच स्थानों पर कांटेदार तारों की बाड़ लगाने की कोशिश कर रहा है। भारत-बांगलादेश की सीमा कुल 4,156 किलोमीटर लंबी है, और यहां पर दोनों देशों के बीच सीमा सुरक्षा को लेकर समय-समय पर विवाद होते रहते हैं।
बांगलादेश के विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा को बांगलादेश के विदेश सचिव, एंबेसडर मोहम्मद जशिम उद्दीन के कार्यालय में तलब किया गया, जहां उन्होंने सीमा पर भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) की हालिया गतिविधियों पर चर्चा की। बांगलादेश ने भारत से अपील की है कि वह “उकसावे वाली कार्रवाइयों से बचें, जो तनाव को और बढ़ा सकती हैं।”
बांगलादेश के विदेश सचिव ने 12 जनवरी को भारत के उच्चायुक्त से मुलाकात की और बांगलादेश-भारत सीमा पर BSF की गतिविधियों को लेकर अपनी गहरी चिंता जताई। बांगलादेश का आरोप है कि भारत द्वारा पांच स्थानों पर बाड़ लगाने की कोशिश, एक द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन है।
बांगलादेश के गृह मामलों के सलाहकार, लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) जाहंगीर आलम चौधरी ने बताया कि विवाद मुख्य रूप से चापাইনवाबगंज, नोगांव, लालमणिरहाट और उत्तर-पश्चिमी बांगलादेश के टिन बिघा कॉरिडोर के क्षेत्रों में उत्पन्न हुआ है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछले बांगलादेशी सरकार द्वारा किए गए असंतुलित समझौतों की वजह से ये विवाद पैदा हुए, जिन्होंने 2010 से 2023 के बीच 160 स्थानों पर बाड़ लगाने के विवादों को जन्म दिया।
इस पर भारतीय उच्चायुक्त प्रणय वर्मा ने प्रतिक्रिया दी और कहा कि भारत की सीमा सुरक्षा बल (BSF) और बांगलादेश के सीमा रक्षक बल (BGB) के बीच इस मुद्दे पर संवाद हो रहा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह संवाद एक सहकारी दृष्टिकोण के तहत सीमा सुरक्षा चिंताओं और अपराधों से निपटने के लिए समाधान निकालेगा।
गौरतलब है कि बांगलादेश में शेख हसीना सरकार के 5 अगस्त 2024 को गिरने के बाद, जब पूर्व प्रधानमंत्री देश छोड़कर भाग गईं थी, तब से भारत की सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भारत-बांगलादेश सीमा के अविकसित हिस्सों पर बाड़ लगाने की पहल की। इस कदम के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव में वृद्धि देखी जा रही है।
यह सीमा विवाद दोनों देशों के बीच रिश्तों में एक नया मोड़ लाया है, और अब दोनों पक्षों के लिए यह चुनौती है कि वे बातचीत के माध्यम से इसे सुलझाने का प्रयास करें, ताकि दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण संबंध बने रहें।