CBI ने भूपेश बघेल के घर पर मारा छापा, महादेव सट्टा ऐप मामले में जांच तेज

CBI ने भूपेश बघेल के घर पर मारा छापा, महादेव सट्टा ऐप मामले में जांच तेज
CBI ने भूपेश बघेल के घर पर मारा छापा, महादेव सट्टा ऐप मामले में जांच तेज

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के रायपुर और भिलाई स्थित आवासों पर छापेमारी की। यह छापेमारी महादेव सट्टा ऐप मामले से जुड़ी हुई है, जिसमें लगभग ₹6,000 करोड़ की धोखाधड़ी का आरोप है। हालांकि, सीबीआई ने छापेमारी के उद्देश्य को लेकर अभी तक कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी है। सीबीआई की टीमों ने भूपेश बघेल के आवासों के साथ-साथ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और बघेल के करीबी सहयोगी के घरों पर भी छापेमारी की।

भूपेश बघेल का बयान

भूपेश बघेल के कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि पूर्व मुख्यमंत्री दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में एक बैठक में भाग लेने के लिए निर्धारित थे। “सीबीआई आई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दिल्ली जाने वाले थे, जहां वे 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद (गुजरात) में आयोजित होने वाली AICC बैठक के लिए ड्राफ्टिंग कमिटी की बैठक में शामिल होंगे। इस से पहले, सीबीआई ने रायपुर और भिलाई स्थित आवासों पर छापेमारी की,” बयान में कहा गया।

महादेव सट्टा ऐप मामला

यह छापेमारी उस महादेव सट्टा ऐप मामले में हो रही है, जिसमें पहले छत्तीसगढ़ पुलिस के आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने भूपेश बघेल को आरोपी बनाया था। इस ऐप को लेकर छत्तीसगढ़ पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें बघेल के अलावा ऐप के प्रमोटरों रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर, शुभम सोनी, अनिल कुमार अग्रवाल और 14 अन्य को नामजद किया था। हालांकि, बघेल ने EOW की एफआईआर को “राजनीतिक प्रेरित” बताया।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) भी इस मामले की जांच कर रहा है और आरोप है कि इसमें कई प्रमुख राजनेताओं और नौकरशाहों की संलिप्तता है। ED का कहना है कि यह ऐप अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों के लिए एक सिंडिकेट के रूप में काम करता था, नए उपयोगकर्ताओं का पंजीकरण, यूज़र आईडी बनाना और ‘बेनामी’ बैंक खातों के माध्यम से पैसे की सफाई करना इसका हिस्सा था।

ED के अनुसार, इस अपराध से अनुमानित ₹6,000 करोड़ की अवैध आय हुई है।

शराब घोटाले में भी ED की छापेमारी

यह कार्रवाई कुछ ही दिनों बाद हुई है, जब प्रवर्तन निदेशालय ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में शराब घोटाले के सिलसिले में 14 स्थानों पर छापेमारी की थी। इस घोटाले में लगभग ₹2,161 करोड़ का नुकसान राज्य के खजाने को हुआ है। ED ने कहा कि इन अवैध फंड्स में भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल भी कथित तौर पर शामिल हैं।

Digikhabar Editorial Team
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