EVM को लेकर देश की राजनीति में एकबार फिर घमासान मचा हुआ है। विपक्ष ईवीएम पर सवाल खड़े कर रहा तो बीजेपी सरकार के मंत्री व नेता उसके बचाव में उतर आए हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को कहा कि शिवसेना सांसद के रिश्तेदार द्वारा ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोप गलत हैं और विपक्ष गलत सूचना फैलाने की कोशिश कर रहा है। शिंदे की यह टिप्पणी शिवसेना (यूबीटी) उम्मीदवार अमोल कीर्तिकर द्वारा मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र में गड़बड़ी के आरोपों के बीच आई है, जहां शिवसेना उम्मीदवार रवींद्र वायकर ने मात्र 48 वोटों से जीत दर्ज की और 4 जून को गोरेगांव में मतगणना केंद्र पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने के लिए वायकर के रिश्तेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। नियमों के अनुसार, मतगणना केंद्रों पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल प्रतिबंधित है।
जिसके बाद एकनाथ शिंदे ने पूछा कि “कुछ लोग ईवीएम से छेड़छाड़ के बारे में गलत सूचना फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, जो पूरी तरह से झूठ है और पुलिस इस बारे में स्पष्टीकरण देगी। विपक्ष ने इतनी सीटें जीतीं, लेकिन कोई समस्या नहीं है। केवल मुंबई उत्तर पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र के परिणाम के बारे में सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं और राज्य में किसी अन्य परिणाम के बारे में क्यों नहीं? क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि मेरे उम्मीदवार वायकर जीते और विपक्ष हार गया?”
आगे एकनाथ शिंदे ने कहा कि “सच्चाई यह है कि निर्वाचन क्षेत्र के लोगों ने रविंद्र वायकर को चुनाव जिताने का फैसला किया है। शिवसेना के 19 प्रतिशत वोट शेयर में से हमें 14 प्रतिशत मिले। लोगों ने धनुष और बाण के लिए वोट दिया। यूबीटी की जीत की स्ट्राइक रेट 42 प्रतिशत है, और हमारी स्ट्राइक रेट 48 प्रतिशत है। इसलिए वे अपना आत्मविश्वास खो चुके हैं और झूठे आरोप लगा रहे हैं,”। शिंदे ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने मुंबई में विपक्षी ब्लॉक महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के उम्मीदवारों की तुलना में दो लाख अधिक वोट हासिल किए, जिसमें शिवसेना (यूबीटी) भी शामिल है।
इस बीच, मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र की रिटर्निंग ऑफिसर वंदना सूर्यवंशी ने रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा कि ईवीएम एक स्टैंडअलोन सिस्टम है जिसमें किसी भी तरह की हेराफेरी से बचाने के लिए “मजबूत प्रशासनिक सुरक्षा उपाय” हैं और इसे अनलॉक करने के लिए ओटीपी की कोई आवश्यकता नहीं है।
“यह प्रोग्राम करने योग्य नहीं है और इसमें वायरलेस संचार क्षमता नहीं है। यह एक अखबार द्वारा फैलाया जा रहा एक झूठ है। सूर्यवंशी ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हमने मिड-डे अखबारों को भारतीय दंड संहिता की धारा 499, 505 के तहत मानहानि और झूठी खबरें फैलाने के लिए नोटिस जारी किया है।” वाइकर के साले मंगेश पंडिलकर पर बुधवार को आईपीसी की धारा 188 (आधिकारिक आदेश की अवहेलना) के तहत मामला दर्ज किया गया था। उन पर 4 जून को गोरेगांव में मतगणना केंद्र पर मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने का आरोप है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए सूर्यवंशी ने कहा कि जोगेश्वरी विधानसभा क्षेत्र के डेटा एंट्री ऑपरेटर दिनेश गुरव का निजी मोबाइल फोन एक अनधिकृत व्यक्ति के पास पाया गया और इस संबंध में कार्रवाई की जा रही है।
राहुल गांधी पर किया हमला
सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि महाविकास आघाड़ी जहां ज्यादा सीटें जीती है, वहां ईवीएम सही है और जहां हारे हैं, वहां मशीन खराब है, ये कैसी बात हुई? महाविकास आघाड़ी के लोग जहां से जीतें हैं, उन्हें इस्तीफा देकर फिर से चुनाव लड़ना चाहिए। राहुल गांधी भी दो जगह से जीते हैं तो क्या वहां भी ईवीएम खराब है। अगर EVM खराब है तो राहुल गांधी भी इस्तीफा दें और दोबारा चुनाव फेस करें।