एल्विश यादव की मुश्किलें बढ़ीं, सांप जहर तस्करी मामले में 1200 पन्नों की चार्जशीट दर्ज
एल्विश यादव की मुश्किलें बढ़ीं, सांप जहर तस्करी मामले में 1200 पन्नों की चार्जशीट दर्ज
यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता एल्विश यादव की मुश्किले कम होती नजर नहीं आ रही हैं। कुछ समय पहले ही सांप जहर तस्करी मामले में एल्विश यादव को जेल जाना पड़ा था और फिर वहां से उनको बेल मिल गई थी। सांपों के जहर की तस्करी और रेव पार्टी मामले में अब नोएडा पुलिस ने 1200 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है। इस चार्जशीट को यूट्यूबर एल्विश यादव समेत आठ लोगों के खिलाफ दाखिल किया गया है। जैसा की डीसीपी नोएडा ज़नो विद्या सागर मिश्रा ने बताया कि सभी नामजद आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दर्ज की गई है और पर्याप्त साक्ष्यों को भी अदालत में पेश किया गया है। चार्जशीट में एल्विश समेत अन्यों के खिलाफ 24 गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं. चार्यशीट में नोएडा पुलिस ने कहा है कि एल्विश का जेल में बंद सभी सपेरों से संपर्क था और वह सांप के जहर की खरीद फरोख्त के काले धंधे में भी शामिल था. चार्जशीट में एल्विश के खिलाफ लगी एनडीपीएस दी धाराओं का भी आधार बताया गया है. साथ ही उसके साथियों पर लगे आरोपों की भी पुष्टि की गई है। डीसीपी नोएडा ज़नो विद्या सागर मिश्रा ने बताया कि सभी नामजद आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दर्ज की गई है. पर्याप्त साक्ष्यों को भी अदालत में पेश किया गया है. इनमें मुंबई स्थित डिपार्टमेंट ऑफ फॉरेंसिंक मेडिसीन ताऊ क्सिकोलाजी के विशेषज्ञ की सलाह भी मौजूद है. एल्विश की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने ऑपरेशन तैयार किया और नोएडा पुलिस ने देशभर में दर्जन वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के मुकदमों से जानकारी जुटाई. साथ ही जयपुर से आई फॉरेंसिक रिपोर्ट का अध्ययन भी किया. रिपोर्ट में सांपों के जहर की पुष्टि के बाद पुलिस टीम ने एल्विश के कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला. पर्याप्त सबूत मिलने पर पुलिस ने उसे नोटिस देकर पूछताछ के लिए दोबारा बुलाया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर के जेल भेज दिया गया था.
कब शुरु हुआ था मामला
बता दें कि यह मामला तब सुर्खियों में आया था जब नवंबर में पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था के पदाधिकारी ने एल्विश यादव और उसके साथियों पर सांपों के जहर का इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के प्रावधानों के तहत सेक्टर-49 थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. एनजीओ पीएफए द्वारा FIR दर्ज कराई गई थी. सपेरों को जेल भेजा गया था. सपेरों के कब्जे से सांपों का जहर बरामद हुआ था और इसे जांच के लिए FSL लैब भेजा गया था. नोएडा पुलिस ने एल्विश यादव और उसके आठ साथियों के खिलाफ केस दर्ज होने के करीब 155 दिन बाद चार्जशीट दाखिल की है. उसके खिलाफ बीते साल तीन नवंबर को सेक्टर-49 थाने में केस दर्ज हुआ था. पिछले महीने 17 मार्च को 136 दिन नोएडा पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था. एल्विश की गिरफ्तारी के बाद उसके दो करीबियों ईश्वर और विनय यादव को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया था.