नई दिल्ली: भारतीय संसद द्वारा वक्फ संशोधन बिल पारित किए जाने के बाद शुक्रवार को देशभर में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए। शुक्रवार की नमाज के बाद कोलकाता, चेन्नई और अहमदाबाद में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और वक्फ बिल के खिलाफ जमकर विरोध किया।
कोलकाता की सड़कों पर प्रदर्शनकारियों का हुजूम नजर आया, जिन्होंने ‘वक्फ संशोधन बिल को अस्वीकार करो’ और ‘वक्फ बिल को अस्वीकार करो’ जैसे नारे लिखे पोस्टर लहराए। यह विरोध प्रदर्शन जॉइंट फोरम फॉर वक्फ प्रोटेक्शन द्वारा आयोजित किया गया था। अहमदाबाद में प्रदर्शन और भी ज्यादा उग्र नजर आया, जहां एक वीडियो में पुलिस अधिकारियों को बुजुर्ग प्रदर्शनकारियों को सड़कों से हटाने की कोशिश करते हुए देखा गया।
चेन्नई में भी प्रदर्शन तेज हो गया, जहां अभिनेता विजय की तमिलागा वेत्तरी कझागम (TVK) ने राज्यव्यापी विरोध की घोषणा की थी। टीवीके कार्यकर्ता चेन्नई के साथ-साथ कोयम्बटूर और तिरुचिरापल्ली जैसे प्रमुख शहरों में इकट्ठा हुए और ‘वक्फ बिल को अस्वीकार करो’ और ‘मुसलमानों के अधिकारों को न छीनो’ जैसे नारे लगाए।
तमिल अभिनेता और राजनेता विजय ने वक्फ बिल को “प्रतिनिधि-विरोधी” बताते हुए कहा कि इसका पारित होना भारत की धर्मनिरपेक्षता की नींव पर सवाल उठाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा देश को विभाजित करने की कोशिश कर रही है, जो आरोप कांग्रेस भी लगा चुकी है। विजय ने यह भी कहा कि जब केंद्र में गैर-भा.ज.पा. सरकार बनेगी तो यह बिल वापस ले लिया जाएगा।
विरोध करने वालों का मुख्य डर यह है कि नए वक्फ कानूनों को पूर्व की संपत्तियों पर भी लागू किया जाएगा। हालांकि, केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने संसद में कहा था कि यह कानून भविष्य में लागू होगा, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस पर समर्थन जताया।
वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ यह विरोध अब राजनीतिक रूप से भी एक अहम मोड़ पर पहुंच चुका है, और इस पर देशभर में चर्चा का माहौल बना हुआ है।