पुणे, 9 जनवरी 2025: महाराष्ट्र में स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई उपलब्धि दर्ज की गई है। पुणे के नॉबल अस्पताल और रिसर्च सेंटर में भारत का पहला ‘मेड-इन-इंडिया’ सर्जिकल रोबोट, SSI मंत्रा, स्थापित किया गया है, जो भारत के चिकित्सा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस रोबोट को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) से मंजूरी मिल चुकी है और यह जटिल सर्जरी करने के लिए एक पांच-रोबोटिक-आर्म डिवाइस के रूप में डिज़ाइन किया गया है।
सर्जिकल रोबोट की विशेषताएँ
इस अत्याधुनिक रोबोटिक सिस्टम का उद्घाटन मराठी अभिनेता प्रसाद ओक ने किया। SSI मंत्रा में पांच स्लिम रोबोटिक आर्म्स, एक इमर्सिव 3D HD हेडसेट और 3D 4K इमेजिंग के साथ विजन कार्ट जैसी उच्च तकनीकी सुविधाएँ शामिल हैं, जो पूरी सर्जिकल टीम के लिए सटीकता और नियंत्रण सुनिश्चित करती हैं।
नॉबल अस्पताल ने हाल ही में इस सिस्टम का उपयोग कर अपना पहला ऑपरेशन किया। यह ऑपरेशन एक मरीज के लिए किया गया था, जिसे कॉलोन कार्सिनोमा (कोलन कैंसर) का निदान हुआ था, और इसमें रोबोटिक राइट एक्सटेंडेड हेमीकोलेक्टमी सर्जरी की गई थी। अस्पताल के ऑनकोसर्जन डॉ. आशीष पोखरकर ने इस प्रणाली के जीवन-रक्षक सर्जरी के लिए संभावनाओं के बारे में बताया। उनका कहना था कि SSI मंत्रा का उपयोग सामान्य सर्जरी, कार्डियोथोरेसिक ऑपरेशन्स, यूरोलॉजी, गायनकोलॉजी और अन्य जटिल सर्जरी में किया जा सकता है।
SSI मंत्रा का इतिहास और विकास
SSI मंत्रा, जो कि 2017 में डॉ. सुधीर श्रीवास्तव द्वारा विकसित किया गया था, भारत का पहला स्वदेशी सर्जिकल रोबोट है। इसकी मॉड्यूलर डिज़ाइन में पांच से अधिक detachable आर्म्स शामिल हैं, जो इसे हृदय सर्जरी जैसी जटिल प्रक्रियाओं के लिए भी उपयुक्त बनाते हैं। इस सिस्टम को पहले दिल्ली स्थित राजीव गांधी कैंसर संस्थान में स्थापित किया गया था और इसके बाद इसे हैदराबाद, रायपुर और अन्य स्थानों पर भी तैनात किया गया।
टीलेसर्जरी और टेलीप्रोफेक्टरिंग में सफलता
SSI मंत्रा भारत का पहला सर्जिकल रोबोटिक टेक्नोलॉजी है जिसे CDSCO से टीलेसर्जरी और टेलीप्रोफेक्टरिंग के लिए मंजूरी मिली है। इसका मतलब यह है कि इस सिस्टम के माध्यम से विशेषज्ञ सर्जिकल मार्गदर्शन और ऑपरेशन को दूर से भी संचालित किया जा सकता है। इससे भारत में सर्जरी को एक नई दिशा मिल रही है, और विशेषज्ञों के लिए सीमित स्थानों पर भी सर्जिकल मार्गदर्शन प्रदान करने का रास्ता खोला गया है।
अंतर्राष्ट्रीय विस्तार
SSI मंत्रा को अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिल रही है। इस साल के शुरुआत में, इसे नेपाल के बी एंड बी अस्पताल, ललितपुर में स्थापित किया गया था, जिससे इस भारतीय तकनीकी का वैश्विक विस्तार और बढ़ा है।
रोबोटिक सर्जरी क्या है?
रोबोटिक सर्जरी में सर्जन एक कंसोल के माध्यम से रोबोटिक आर्म्स को नियंत्रित करते हैं, जिससे उन्हें सर्जिकल साइट का अत्यधिक विस्तृत 3D दृश्य मिलता है। SSI मंत्रा सिस्टम में सुरक्षा कैमरे भी लगे होते हैं, जो पूरी प्रक्रिया के दौरान निर्बाध नियंत्रण और निगरानी सुनिश्चित करते हैं। यह प्रणाली सर्जनों को अत्यधिक सटीकता से सर्जरी करने की क्षमता प्रदान करती है, जिससे मरीजों के लिए बेहतर परिणाम संभव हो पाते हैं।
आगे क्या
SSI मंत्रा का लॉन्च भारतीय चिकित्सा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक बड़ी छलांग है। यह न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर भी चिकित्सा सर्जरी की दिशा को बदलने की क्षमता रखता है। यह प्रणाली उच्च गुणवत्ता, सटीकता और सुरक्षा के साथ सर्जन और मरीजों के लिए नए अवसर प्रदान कर रही है, जो भविष्य में सर्जरी के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित कर सकती है।