पुरी / नई दिल्ली: हरियाणा से पकड़ी गई कथित पाकिस्तानी जासूस और यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद अब यह मामला और गहराता जा रहा है। उसकी करीबी मित्र और सहयात्री प्रियंका सेनापति, जो ओडिशा के पुरी की रहने वाली हैं, अब सुरक्षा एजेंसियों की जांच के घेरे में आ गई हैं।
कौन हैं प्रियंका सेनापति?
प्रियंका सेनापति, एक यूट्यूबर और ट्रैवल व्लॉगर हैं, जो सोशल मीडिया पर Prii_vlogs के नाम से सक्रिय हैं। इंस्टाग्राम पर उनके 20.7 हजार से अधिक फॉलोवर्स हैं और वे भारत सहित कई विदेशी देशों की यात्रा से जुड़े वीडियो शेयर करती रही हैं।
हाल ही में उन्होंने ज्योति मल्होत्रा के साथ कश्मीर यात्रा की थी और अब उनके पाकिस्तान दौरे की जानकारी भी सामने आ चुकी है। इसी के चलते उनकी भूमिका को लेकर जांच एजेंसियों ने सतर्कता बढ़ा दी है।
पुरी में छापा और जांच तेज
ज्योति की गिरफ्तारी के बाद ओडिशा पुलिस ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है। पुरी के डीएसपी के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने प्रियंका सेनापति के घर पर छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया। इस कार्रवाई में पुरी टाउन थाना और सिंहद्वार थाना की पुलिस भी शामिल रही।
जांच का उद्देश्य यह पता लगाना है कि क्या प्रियंका भी किसी प्रकार की जासूसी गतिविधि में संलिप्त रही हैं, या क्या वे अनजाने में इस नेटवर्क का हिस्सा बनीं।
प्रियंका और उनके परिवार की सफाई
प्रियंका के पिता राजकिशोर सेनापति ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी बेटी और ज्योति केवल मित्र हैं और वे पूरी तरह से पुलिस जांच में सहयोग कर रहे हैं।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रियंका ने पाकिस्तान की यात्रा वैध वीजा के तहत की थी, जिसमें केवल करतारपुर कॉरिडोर का दौरा शामिल था।
वहीं, खुद प्रियंका सेनापति ने भी सोशल मीडिया पर एक बयान जारी करते हुए कहा:
“मैं कभी भी किसी राष्ट्रविरोधी गतिविधि में शामिल नहीं रही हूं। मेरा देश मेरे लिए सर्वोपरि है।“
प्रियंका ने ज्योति पर लगे आरोपों को “चौंकाने वाला” बताया और कहा कि उन्हें इसकी कोई पूर्व जानकारी नहीं थी।
सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता और मंदिर क्षेत्र में कड़ी निगरानी
पुरी के एसपी विनीत अग्रवाल ने बताया कि मामले की राज्य और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां मिलकर जांच कर रही हैं। किसी भी प्रकार की सुरक्षा चूक से बचने के लिए श्रीजगन्नाथ मंदिर क्षेत्र में सुरक्षा को और अधिक कड़ा कर दिया गया है।
अब मंदिर के चारों ओर:
- 12 प्लाटून पुलिस बल,
- एसटीयू की रैपिड रिस्पॉन्स वैन,
- और विशेष सशस्त्र सुरक्षा टीमें तैनात कर दी गई हैं।
निष्कर्ष
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी के बाद अब यह स्पष्ट होता जा रहा है कि यह मामला एक बड़े और संगठित जासूसी नेटवर्क से जुड़ा हो सकता है। प्रियंका सेनापति की भूमिका अभी जांच के अधीन है, और एजेंसियां हर पहलू की गहराई से पड़ताल कर रही हैं। भारत की सुरक्षा एजेंसियां इस पूरे प्रकरण को एक संभावित अंतरराष्ट्रीय साजिश के तौर पर देख रही हैं और इस दिशा में जांच को तेज कर दिया गया है।