
राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जवाहरलाल नेहरू द्वारा राज्यों को लिखे गए पत्र को तोड़-मरोड़ कर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि वे अतीत में जी रहे हैं और इसके बजाय उन्हें वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और उन उपलब्धियों को उजागर करना चाहिए जो वास्तव में लोकतंत्र को मजबूत करती हैं।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने उच्च सदन में कहा, “पीएम मोदी अतीत में जी रहे हैं, वर्तमान में नहीं। बेहतर होता कि वे लोकतंत्र को मजबूत करने वाली वर्तमान उपलब्धियों को सूचीबद्ध करते।” उन्होंने भाजपा पर जनता को धोखा देने के लिए “जुमलों” (बयानबाजी) का सहारा लेने और सरकार की कमियों के लिए विपक्ष को दोषी ठहराने का आरोप लगाया। यह टिप्पणी उस गरमागरम बहस की पृष्ठभूमि में आई है जो पीएम मोदी द्वारा शनिवार को लोकसभा में अपने भाषण के दौरान अपनी सरकार के संवैधानिक संशोधनों का बचाव करने और उनकी तुलना कांग्रेस द्वारा पेश किए गए संशोधनों से करने के बाद शुरू हुई थी।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल का मोदी द्वारा उल्लेख किए जाने पर विपक्ष की ओर से तीखी प्रतिक्रिया हुई। मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस अवसर का उपयोग संविधान की रक्षा में कांग्रेस की भूमिका को रेखांकित करने के लिए किया तथा बुनियादी मुद्दों को संबोधित करने के लिए भाजपा की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया। खड़गे ने पूछा, “क्या भाजपा वास्तव में संविधान का समर्थन करती है?” उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी पर देश की बुनियादी समस्याओं को हल करने में कम रुचि दिखाने का आरोप लगाया।
बहुचर्चित एक राष्ट्र, एक चुनाव प्रस्ताव को संबोधित करते हुए खड़गे ने चुनाव सुधारों पर कांग्रेस के रुख को दोहराया, जबकि सूत्रों ने खुलासा किया कि सरकार ने विधेयकों को इस सप्ताह के अंत में लोकसभा में पेश करने को स्थगित कर दिया है।
खड़गे ने महिला आरक्षण तथा जाति जनगणना को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा तथा कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार महिला आरक्षण को अधिक तेजी से तथा प्रभावी ढंग से लागू करेगी। उन्होंने आरोप लगाया, “भाजपा आरक्षण का विरोध करती है, यही कारण है कि वे जाति जनगणना कराने में अनिच्छुक हैं।”
बांग्लादेश मुक्ति दिवस के अवसर पर खड़गे ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व का उल्लेख करते हुए उन्हें “लौह महिला” बताया, जिन्होंने “देश को बचाया” तथा बांग्लादेश की स्वतंत्रता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा, “शायद भाजपा नेता वहां अल्पसंख्यकों की मदद करने के लिए उनसे प्रेरणा ले सकते हैं।” खड़गे की टिप्पणी मोदी सरकार की नीतियों की तीखी आलोचना थी, क्योंकि उन्होंने कांग्रेस को लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने, महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करने और समावेशी शासन को प्राथमिकता देने के लिए तैयार पार्टी के रूप में पेश किया।