पंडित प्रदीप मिश्रा की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। राधारानी विवाद पर उन्होंने माफी मांगी थी। साथ ही मीडिया में यह खबर आई थी कि प्रेमानंद महाराज जी के साथ उनकी सुलह हो गई है। हालांकि इस पर दोनों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी लेकिन मथुरा के संतों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। उज्जैन से लेकर मथुर तक में पंडित प्रदीप मिश्रा का विरोध जारी है। विवादित बयान को लेकर मथुरा के संतों ने महापंचायत बुलाई थी। महापंचायत में प्रदीप मिश्रा को अल्टीमेटम दिया गया है। वह बरसाने जाकर माफी नहीं मांगते हैं तो ब्रज में संत उन्हें घुसने नहीं देंगे।
उज्जैन में भी विरोध
राधारानी पर टिप्पणी को लेकर पंडित प्रदीप मिश्रा का हर जगह विरोध हो रहा है। लेकिन उनके इष्ट महादेव की नगरी, उज्जैन में भी उनका विरोध हुआ है। मथुरा में महापंचायत के बीच उज्जैन स्थित महर्षि सांदीपनि के वंशज पंडित रूपम व्यास ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि पंडित प्रदीप मिश्रा मथुरा जाकर प्रेमानंदजी महाराज से नाक रगड़कर माफी नहीं मांगी तो हम कोर्ट जा सकते हैं। साथ ही उज्जैन में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा सकते हैं। सांदीपनि आश्रम की तरफ से कहा गया है कि प्रदीप मिश्रा लोगों को बरगलाने का काम करते हैं। उन्हें शास्त्रों का ज्ञान नहीं है और न ही वह कुछ जानते हैं। व्यास पीठ से उन्होंने अनर्गल बातें की है। वहीं, मथुरा महापंचायत में यह प्रस्ताव पारित किया गया है कि उनके समर्थन करने वाले जयचंदों का भी विरोध करेंगे।
चार दिन के अंदर माफी मांगे
वहीं, मथुरा महापंचायत में संतों ने पंडित प्रदीप मिश्रा से माफी मांगने की मांग की है। वह चार दिन में बरसाना आकर माफी मांगे, साथ ही वहां के संतों ने पुलिस में शिकायत दी है। मथुरा एसपी ने शिकायत की पुष्टि की है। संतों ने कहा है कि पुलिस अगर पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं करती है तो सात दिन बाद हम बड़ा आंदोलन करेंगे। इससे साफ है कि पंडित प्रदीप मिश्रा की मुश्किलें बढ़ेगी।
नाक रगड़कर मांगे माफी
संतों ने महापंचायत में कहा कि पंडित प्रदीप मिश्रा ने ब्रज में नाक रगड़कर माफी मांगे। ब्रज के संतों ने कहा है कि वह किशोरी जी के बारे में कुछ नहीं जानता है। उन्होंने भांग पीकर ऐसी बात कह दी है। हालांकि प्रदीप मिश्रा की तरफ से कुछ मीडिया में यह कहा गया है कि हम कथा की वजह से अभी बरसाने नहीं जा सकते हैं।