आगरा: समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन ने गुरुवार को कहा कि वह माफी नहीं मांगेंगे क्योंकि उन्होंने कोई गलत बयान नहीं दिया है। उनके घर पर करणी सेना द्वारा हुए हमले के एक दिन बाद, रामजी लाल सुमन ने कहा, “मैंने कुछ गलत नहीं किया, मैं माफी नहीं मागूंगा।” उन्होंने अपने बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “जो मैंने कहा वह एक ऐतिहासिक तथ्य है और मैं अपने बयान पर कायम हूं।”
सुमन ने गुरुवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की और अपनी सुरक्षा की मांग की।
पलवी पटेल को पुलिस ने हिरासत में लिया
इस बीच, समाजवादी पार्टी की विधायक डॉ. पलवी पटेल सहित करीब 200 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया जब वह करणी सेना द्वारा की गई तोड़फोड़ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही थीं। इसी दौरान, अपना दल कैमरेवाड़ी ने करणी सेना पर प्रतिबंध लगाने की मांग की और विपक्षी नेताओं की सुरक्षा की समीक्षा करने का आग्रह किया। उन्होंने सरकार से उनके लिए उचित सुरक्षा प्रदान करने की भी मांग की।
रामजी लाल सुमन के घर पर हिंसा
बुधवार को उत्तर प्रदेश के आगरा में रामजी लाल सुमन के घर पर हिंसा भड़क उठी, जब अज्ञात व्यक्तियों ने पत्थरबाजी की, खिड़कियों के शीशे तोड़े और बाहर खड़ी वाहनों को नुकसान पहुंचाया। यह हिंसा तब हुई जब सुमन ने राणा सांगा पर विवादित बयान दिया था, जिसमें उन्होंने राणा सांगा को “गद्दार” बताया था। उनका कहना था कि राणा सांगा ने बाबर को भारत में आमंत्रित किया था ताकि वह इब्राहीम लोदी को हराकर सत्ता हासिल कर सके। राणा सांगा, जो मेवाड़ के शासक थे, को उनकी वीरता और बलिदानों के लिए सम्मानित किया जाता है।
भाजपा सांसद जगदंबिका पाल का सुमन पर निशाना
भा.ज.पा. सांसद जगदंबिका पाल ने रामजी लाल सुमन के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इससे करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कहा, “सार्वजनिक प्रतिनिधियों को ऐसे आपत्तिजनक बयान नहीं देना चाहिए और सुमन की पार्टी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।”
समाजवादी पार्टी की अन्य प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी की विधायक रंजीत सुमन ने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारी करणी सेना से थे। गौरतलब है कि राजस्थान इकाई ने सुमन के चेहरे को काला करने और उन्हें जूते मारने वाले को पांच लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।
समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने भी आरोप लगाया कि यह तोड़फोड़ राज्य सरकार द्वारा सुनियोजित तरीके से की गई थी। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश की स्थिति को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि यह सरकार द्वारा किया गया कृत्य है।”
रामजी लाल सुमन का बयान
24 मार्च को रामजी लाल सुमन ने संसद में यह स्पष्ट किया था कि उनका उद्देश्य किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। उन्होंने कहा, “मैंने संसद में कहा था कि बाबर को राणा सांगा ने भारत बुलाया था ताकि वह इब्राहीम लोदी को हराकर उसे पराजित कर सके। मेरा उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करना नहीं था। मैंने न तो किसी जाति, वर्ग या धर्म के खिलाफ बयान दिया था। मैं उन सभी को सलाम करता हूं जिन्होंने इस देश की मिट्टी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है।”
यह विवाद अब राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर गहरा गया है और कई नेताओं और पार्टियों द्वारा प्रतिक्रिया सामने आ रही है।