
बद्रीनाथ: अभिनेत्री उर्वशी रौतेला द्वारा बद्रीनाथ धाम के पास स्थित “मां उर्वशी मंदिर” को अपने नाम से जोड़ने पर तीर्थ पुरोहितों ने कड़ी आपत्ति जताई है। हाल ही में एक इंटरव्यू में उर्वशी ने दावा किया था कि बद्रीनाथ मंदिर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर उनके नाम पर एक मंदिर है, जिसे उन्होंने “उर्वशी मंदिर” कहा। इस बयान के बाद धार्मिक संगठनों और स्थानीय पुरोहितों में आक्रोश फैल गया है।
बद्रीनाथ धाम के पूर्व धर्माधिकारी भुवन नौटियाल ने अभिनेत्री के बयान को भ्रामक और धार्मिक रूप से अनुचित बताया। उन्होंने कहा कि मां उर्वशी मंदिर का पौराणिक महत्व है और इसे भगवान शिव से जोड़ा जाता है। नौटियाल ने कहा कि इस मंदिर में नवरात्रि समेत अन्य धार्मिक अवसरों पर नियमित रूप से पूजन-अर्चन होता है, और स्थानीय लोग इसे देवी मंदिर के रूप में पूजते हैं। इसे किसी व्यक्ति विशेष के नाम से जोड़ना अनुचित है।
ब्रह्मकपाल तीर्थ पुरोहित समाज के अध्यक्ष अमित सती ने भी उर्वशी के बयान की निंदा करते हुए कहा, “उनके बयान से हिंदू समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। यदि अभिनेत्री तुरंत माफी नहीं मांगतीं, तो उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए।”
इससे पहले उर्वशी ने इंटरव्यू में यह भी कहा था कि दक्षिण भारत के सुपरस्टार्स—चिरंजीवी, नंदमुरी बालकृष्ण और पवन कल्याण के साथ उन्होंने काम किया है और अब उनकी इच्छा है कि साउथ में भी उनका मंदिर बने। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली के हिंदू कॉलेज में छात्र उन्हें दमदमी माई के रूप में पूजते हैं और हर साल उनके नाम पर पूजा करते हैं।
गौरतलब है कि मां उर्वशी मंदिर उत्तराखंड के चमोली जिले के बामणी गांव में स्थित है, जो बद्रीनाथ धाम से लगभग एक किलोमीटर दूर है। यह मंदिर पौराणिक मान्यताओं से जुड़ा हुआ है और श्रद्धालु बद्रीनाथ यात्रा के दौरान यहां दर्शन करने अवश्य आते हैं।
उर्वशी रौतेला के इस बयान ने जहां कुछ लोगों को चौंकाया है, वहीं धार्मिक संगठनों में नाराजगी की लहर भी देखी जा रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अभिनेत्री इस विवाद पर क्या प्रतिक्रिया देती हैं।